जिला ब्यूरो चीफ तोषन प्रसाद चौबे
सिंधोरा/पलारी। सरपंच दयाल महेश्वर के नेतृत्व में सिंधोरा ग्राम पंचायत ने वह कर दिखाया है जो पूरे प्रदेश में अब तक कोई नहीं कर सका। पंचायत ने 100 एकड़ से अधिक अवैध कब्ज़ों को हटाकर भूमि को मुक्त कराया और पूरे गांव में शराबबंदी लागू कर दी। यह कदम प्रदेश में ग्राम स्तर पर पहली बार उठाया गया है और इससे पूरे क्षेत्र में पंचायत चर्चा का विषय बन गई है।
गांव में वर्षों से अवैध कब्ज़ों के कारण कई समस्याएँ थीं। यहां तक कि मुक्ति धाम के लिए भी जगह उपलब्ध नहीं थी, जिससे ग्रामीण अंतिम संस्कार के समय परेशान रहते थे। अब कब्ज़ा हटाकर पंचायत ने मुक्ति धाम के लिए भूमि निर्धारित कर दी है। इसी तरह चारागाह भूमि को भी सुरक्षित किया गया है, जिससे पशुपालकों को बड़ी राहत मिली है।
आवास योजना के तहत आनंद बाई द्वारा किए जा रहे मकान निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। उनका कहना है कि यह निर्माण पूर्व सरपंच के समय हुए बेजा कब्ज़े वाली भूमि पर किया जा रहा था। यह जमीन कुसमी से सिंधोरा तक प्रस्तावित मार्ग और तालाब भरने के प्राकृतिक पानी मार्ग में आती है। सरपंच दयाल महेश्वर और ग्रामीणों ने इस पर कड़ा विरोध जताया और निर्माण रोक दिया गया।
सिंधोरा ग्राम पंचायत में अब शराबबंदी लागू कर दी गई है। ग्रामीणों का कहना है कि शराब ने समाज और नई पीढ़ी को नुकसान पहुँचाया है, लेकिन अब पूरे गांव में बिक्री और सेवन पर रोक से माहौल अनुशासित और शांतिपूर्ण हो गया है। पंचायत और ग्रामीणों की एकजुटता ने यह संभव किया और अब गांव विकास की नई राह पर आगे बढ़ रहा है।
इस ऐतिहासिक कदम में बड़ी संख्या में ग्रामीण और प्रतिनिधि शामिल रहे जिनमें शंभु डहरिया, तेजराम महेश्वर, अन्यान फेकर, केजू यादव, नरोत्तम महेश्वर (ग्राम प्रमुख), गुलापी यादव, रेवती यादव (उपसरपंच), नर्मदा महेश्वर, कृष्णा देवी डहरिया, बबीता महेश्वर, मुन्नी यादव, श्यामा बाई, आस कुमार टंडन, सावित्री, उर्मिला यादव, सावित्रीबाई, फगिनी, छगन यादव, कामदेव सेन सहित समस्त ग्रामवासी मौजूद थे।
ग्रामीणों का कहना है कि पहले पंचायत में इस तरह की गड़बड़ियों पर कोई रोक-टोक नहीं होती थी, लेकिन अब सरपंच दयाल महेश्वर की सख्ती और ईमानदार नेतृत्व ने पूरे गांव में नई ऊर्जा भर दी है। सिंधोरा आज पूरे छत्तीसगढ़ की पहली पंचायत बन गई है जिसने अवैध कब्ज़ों को खत्म कर शराबबंदी लागू कर ऐतिहासिक मिसाल पेश की है।