खरतोरा में स्कूल ग्राउंड के अंदर स्थित खेल मैदान के विकास को नई दिशा — जनपद सदस्य श्रीमती टिकेश्वरी वर्मा की पहल से बच्चों में उत्साह, राची फाउंडेशन ने जताया आभार


पलारी। खरतोरा में स्थित स्कूल ग्राउंड के अंदर बने खेल मैदान के विकास कार्यों में तेजी आने वाली है। राची फाउंडेशन ने मैदान की वर्तमान स्थिति तथा आवश्यकताओं की विस्तृत जानकारी जनपद पंचायत पलारी की जनपद सदस्य एवं महिला तथा बाल विकास विभाग की सभापति श्रीमती टिकेश्वरी नरेश वर्मा को सौंपकर मैदान के उन्नयन का आग्रह किया। यह खेल मैदान न केवल विद्यालय के बच्चों का प्रमुख खेल स्थल है, बल्कि गाँव के कई बच्चे प्रतिदिन इसी मैदान में खेलते हैं।

फोटो में दिख रहे बच्चे भी रोजाना इसी मैदान में खेलने आते हैं, इसलिए मैदान के विकास को लेकर बच्चों और उनके अभिभावकों में लंबे समय से उम्मीद थी।

फाउंडेशन की जानकारी प्राप्त करने के बाद श्रीमती टिकेश्वरी वर्मा ने तुरंत सकारात्मक पहल करते हुए स्कूल ग्राउंड के अंदर स्थित खेल मैदान में बच्चों के लिए झूले और अन्य खेल सामग्री उपलब्ध कराने की घोषणा की। उनकी इस घोषणा से मैदान में खेलने वाले बच्चों, उनके अभिभावकों और ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी ने इसे क्षेत्र के बाल विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।

ग्रामीणों का कहना है कि खेल सामग्री के अभाव में मैदान में आने वाले बच्चों को सीमित साधनों के साथ खेलना पड़ता था। नई सामग्री लगने के बाद यहाँ खेल-कूद के अवसर बढ़ेंगे और बच्चों को सुरक्षित, स्वच्छ तथा प्रेरक वातावरण मिलेगा। मैदान की सुंदरता भी बढ़ेगी और विद्यालय परिसर का माहौल अधिक जीवंत होगा।

राची फाउंडेशन ने श्रीमती वर्मा के इस कदम के लिए औपचारिक आभार व्यक्त किया। फाउंडेशन का मानना है कि खेल-कूद बच्चों के सर्वांगीण विकास का आधार है और ऐसे प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संस्कृति को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में मैदान का यह विकास बच्चों में अनुशासन, टीम भावना और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला साबित होगा।

इस अवसर पर राची फाउंडेशन के संयोजक सुरेश कुमार, तथा सदस्य तारण दास, धरम वर्मा, रामखेलावन साहू, संतोष पटेल सहित अन्य सहयोगी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यह विकासकार्य खरतोरा के बच्चों के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आएगा।

खरतोरा का यह स्कूल ग्राउंड के अंदर स्थित खेल मैदान अब जल्द ही नए स्वरूप में दिखाई देगा, जिससे गाँव के बच्चों को बेहतर खेल सुविधाएँ उपलब्ध होंगी और उनका भविष्य और अधिक उज्ज्वल बनने की दिशा में कदम बढ़ रहा है।

पलारी में यातायात पुलिस की सख्ती, शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर हुई कार्रवाई दोपहिया व चारपहिया वाहनों की हुई सघन जांच, लोगों से नियमों के पालन की अपील


पलारी 13 नवम्बर।
सड़क सुरक्षा को लेकर यातायात पुलिस बलौदा बाजार एक्शन मोड में है। इसी कड़ी में गुरुवार दोपहर लगभग 12:30 बजे पलारी दारू भट्ठी रोड, बालसमुद तालाब के पास पुलिस ने विशेष चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान दोपहिया से लेकर चारपहिया वाहनों तक की बारीकी से जांच की गई।

अभियान में मुख्य रूप से शराब पीकर वाहन चलाने वाले, बिना हेलमेट के बाइक सवार तथा सीट बेल्ट न लगाने वाले चारपहिया वाहन चालकों पर विशेष निगरानी रखी गई। यातायात पुलिस ने मौके पर कई वाहन चालकों को रोककर उनकी ब्रिथ एनालाइज़र से जांच की और दस्तावेजों की भी पड़ताल की।

यातायात प्रभारी अधिकारी ने बताया कि सड़क हादसों में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए यह अभियान चलाया गया है। उन्होंने कहा – “लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। नशे में वाहन चलाना न केवल चालक के लिए बल्कि अन्य राहगीरों के लिए भी खतरा बनता है। ऐसे चालकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

मौके पर पुलिस ने स्थानीय लोगों को यातायात नियमों का पालन करने, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करने, गति सीमा में वाहन चलाने, और वाहन के आवश्यक दस्तावेज साथ रखने की सलाह दी।

चेकिंग के दौरान कई वाहन चालकों को चेतावनी देकर छोड़ा गया, वहीं नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी निरंतर रूप से जारी रहेगा ताकि क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके और नागरिकों में यातायात अनुशासन की भावना विकसित हो।

स्थानीय नागरिकों ने यातायात पुलिस की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसी कार्रवाई से सड़क पर अनुशासन बढ़ेगा और दुर्घटनाएँ कम होंगी।

फेडरेशन ब्लॉक पलारी में नई कार्यकारिणी का भव्य गठन, लोचन प्रसाद बांधे निर्विरोध अध्यक्ष

पलारी/ छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन, ब्लॉक इकाई पलारी की कार्यकारिणी का विस्तार शनिवार 08 नवंबर 2025 को विकासखण्ड स्रोत समन्वयक भवन पलारी में आयोजित बैठक में संपन्न हुआ। बैठक का सबसे अहम क्षण तब आया जब सर्वसम्मति से लोचन प्रसाद बांधे को ब्लॉक अध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुना गया। उनके नेतृत्व में आयोजित इस बैठक में जिला सोशल मीडिया प्रभारी श्रवण कुमार साहू सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान उत्साहपूर्ण माहौल में विभिन्न पदों के लिए सक्रिय एवं योग्य सदस्यों का चयन किया गया। कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में खगेश कुमार रात्रे, संरक्षक के रूप में चुम्मन लाल साहू एवं हरीश यादव, जबकि ब्लॉक सचिव के रूप में दिलेश्वर प्रसाद भारद्वाज का चयन हुआ। कोषाध्यक्ष का दायित्व अशोक कुमार पैकरा को सौंपा गया। ब्लॉक उपाध्यक्ष पद पर चुम्मन लाल साहू और अनिल आडिल चुने गए, वहीं महिला उपाध्यक्ष के रूप में संध्या पैकरा एवं अंजूलता पाठक का चयन किया गया।

महासचिव पद पर श्रवण कुमार साहू एवं टेमसिंह तेहरवंश, जबकि महामंत्री पद पर दिनेश सिंह ठाकुर एवं शशिप्रभा वर्मा का चयन किया गया। सह–सचिव के रूप में वंदना वर्मा, कन्हैया साहू और शेषनारायण ध्रुव को जिम्मेदारी दी गई। संयुक्त सचिव के रूप में मोहन गायकवाड़ और धनंजय ध्रुव चुने गए। संगठन सचिव पद पर नवल किशोर चन्द्राकर एवं दिलीप कुमार साहू का चयन किया गया। प्रवक्ता के रूप में कमलेश ध्रुव, भैलेन्द्र रात्रे और डोमन साहू की घोषणा की गई।

महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षता गौरी सिंह को सौंपी गई, जबकि महिला प्रकोष्ठ कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में सतरूपा विश्वकर्मा और अन्नपूर्णा ध्रुव को शामिल किया गया।
विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में अजय कुमार मिश्रा, राजेन्द्र वर्मा, घनश्याम प्रसाद राय एवं रंजिता कन्नौजे को चुना गया।

ब्लॉक कार्यकारिणी में केशरी लाल सरशीहा, हेमन कुमार रात्रे, ओमप्रकाश वर्मा, भेखलाल साहू, कुमार गौरव साहू, हेमराज दीवान, हेमलाल ध्रुव, रामजी नारंग, हीरामन कोसले, भुवन लाल चौबे, देवकुमार जांगड़े, प्रेमशंकर दीवान, पुनीत टण्डन, थानेश्वर चन्द्रवंशी, प्रकाश भतपहरी, इन्दर्मन वर्मा, रामकुमार जायसवाल, कु. मीना ध्रुव और रजनी बंजारे सहित कई सदस्यों को स्थान दिया गया।

नई कार्यकारिणी के गठन के साथ ही ब्लॉक इकाई पलारी में उत्साह और नई ऊर्जा का संचार हुआ है। उम्मीद जताई गई कि अध्यक्ष लोचन प्रसाद बांधे एवं उनकी पूरी टीम शिक्षक हितों की रक्षा और संगठन की मजबूती के लिए निरंतर सकारात्मक दिशा में कार्य करती रहेगी।

आरंग के शासकीय हाई स्कूल भैंसा की छात्राओं ने फोक डांस में लहराया परचम, संभाग स्तर पर प्रथम स्थान पाकर राज्य स्तर के लिए चयनित

रायपुर/आरंग,। जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम अंतर्गत आयोजित फोक डांस प्रतियोगिता में रायपुर जिले के आरंग विकासखंड स्थित शासकीय हाई स्कूल भैंसा की छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए संभाग स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर विद्यालय की टीम का चयन अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया है।

प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं की छात्राएँ — पायल कोसले, सुरभि घृतलहरे, सुरुचि विश्वकर्मा, माया वर्मा, ओमिनी वर्मा और साक्षी यादव — शामिल रहीं। इन छात्राओं ने मंच पर अपनी जीवंत लोकनृत्य प्रस्तुति के माध्यम से जनसंख्या शिक्षा के संदेश को कला और संस्कृति से जोड़ते हुए प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। उनकी प्रस्तुति ने निर्णायकों और दर्शकों की खूब सराहना बटोरी।

विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती ममता तिवारी ने इन छात्राओं को इस प्रतियोगिता के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल नृत्य के अभ्यास पर ध्यान दिया, बल्कि प्रस्तुति के प्रत्येक पहलू — जैसे भाव-भंगिमा, तालमेल, वेशभूषा, लोकगीतों का चयन और विषय की अभिव्यक्ति — पर विशेष मेहनत की। ममता तिवारी ने बताया कि बच्चों ने विद्यालय के सीमित संसाधनों के बावजूद निरंतर अभ्यास किया और पूरे समर्पण के साथ अपनी प्रस्तुति को निखारा। उन्होंने कहा कि बच्चों की मेहनत, अनुशासन और टीम भावना ही उनकी सफलता का असली आधार है।

प्रधान पाठक श्री सत्यदेव वर्मा ने भी टीम को सहयोग और प्रोत्साहन प्रदान किया। विद्यालय परिवार, अभिभावकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने छात्राओं को इस उपलब्धि पर बधाई दी। सभी ने आशा व्यक्त की कि राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी यह टीम अपने प्रदर्शन से रायपुर जिला और आरंग विकासखंड का नाम रोशन करेगी।

जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम के तहत आयोजित यह फोक डांस प्रतियोगिता न केवल सांस्कृतिक चेतना का माध्यम बनी, बल्कि विद्यार्थियों में सामाजिक जागरूकता, टीम भावना और लोक संस्कृति के प्रति सम्मान को भी प्रोत्साहित किया।

सहकारी बैंक कर्मियों की हड़ताल से ठप रहेंगे बैंक, भटकेंगे किसान, बढ़ेगी किसानों की परेशानी, सरकार के अड़ियल रवैये पर फूटा गुस्सा


पलारी/बलौदाबाजार।
राज्य के सहकारी बैंकों में गुरुवार 06 नवंबर 2025 को पूरी तरह तालाबंदी रहेगी। रायपुर, बलौदाबाजार, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद और सारंगढ़–बिलाईगढ़ जिलों की कुल 73 शाखाएँ बंद रहेंगी। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक कर्मचारी संघ के बैनर तले सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इस सामूहिक हड़ताल का असर व्यापक होगा—बैंकिंग सेवाएँ ठप पड़ेंगी, किसान अपने लेनदेन व धान खरीदी के लिए दर-दर भटकेंगे और उनकी परेशानी कई गुना बढ़ जाएगी।

कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहनलाल साहू ने बताया कि आंदोलन का यह तृतीय चरण सरकार और सहकारिता विभाग के अड़ियल रवैये की प्रतिक्रिया है। वार्षिक वेतन वृद्धि और पाँच वर्षों के एरियर्स भुगतान को लेकर वर्षों से संघर्ष जारी है। उच्च न्यायालय की एकल और युगल पीठ दोनों में कर्मचारियों को जीत मिली, यहाँ तक कि स्पष्टीकरण याचिका में भी सरकार से जवाब तलब हुआ, पर आदेश लागू नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि यह न्यायालय की अवमानना है और कर्मचारियों के संवैधानिक अधिकारों की अवहेलना है।

संघ के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल में शामिल देवेंद्र पांडे, विधान तिवारी, युवराज दुबे, अविनाश शर्मा, मनोज कुमार दिवाकर, दिलीप दिवाकर, शिवेश मिश्रा, देवकुमार व्यास, किरण बांधे, नीतू राठौर, प्रदीप सोनी, सुनील सुकुमारन, रोहित जायसवाल, कुलेश्वर यादव, गुणनिधि साहू, रमेश कुमार धावलकर, ओमप्रकाश वर्मा, धीरेन्द्र वर्मा, संजय वर्मा, सुशील यदु, प्रहलाद पटेल और फत्तेसेन ने कहा कि जब न्यायालय ने कर्मचारियों के पक्ष में आदेश दिया और सरकार पर कोई वित्तीय बोझ नहीं है, तब भी वेतन वृद्धि रोकना न केवल अन्याय है बल्कि सरकारी जिद और असंवेदनशीलता का प्रतीक है।

सेवानिवृत्त कर्मचारियों रमेश शर्मा, जहीर अहमद कुरैशी, सुशील सोनी, कुमार वर्मा, अरुण सक्सेना और परमेश्वर वर्मा ने भी सरकार के रवैये की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जब वेतन वृद्धि बैंक के स्वयं के अर्जित लाभ से दी जानी है और इससे सरकार के खजाने पर कोई भार नहीं पड़ता, तो रोक लगाना अमानवीय है। सरकार को चाहिए कि वह कर्मचारियों की जायज़ मांगों को तत्काल पूरा करे और सहकारिता क्षेत्र में व्याप्त असंतोष को शांत करे।

कर्मचारियों ने कहा कि हड़ताल के दिन सभी शाखाएँ बंद रहेंगी और वे सुबह 10:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक जिला मुख्यालय स्थित नोडल कार्यालय में धरना, नारेबाज़ी और विरोध प्रदर्शन करेंगे। संघ ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन अगले चरण में और उग्र रूप लेगा।

हड़ताल का सीधा असर किसानों पर पड़ेगा। सहकारी बैंकों के बंद रहने से धान खरीदी, अमानत, ऋण वितरण, खाद-बीज आपूर्ति सहित ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़े सभी कार्य ठप पड़ेंगे। किसानों को अपनी राशि निकालने, भुगतान प्राप्त करने या लेनदेन के लिए अन्यत्र भटकना पड़ेगा। उनकी परेशानी और बढ़ेगी क्योंकि धान खरीदी का मौसम शुरू हो चुका है और नकदी की जरूरत चरम पर है। संघ ने कहा कि इस असुविधा की पूरी जिम्मेदारी सरकार और सहकारिता विभाग की होगी, जिन्होंने वर्षों से कर्मचारियों की वैध मांगों को दरकिनार किया है।

सहकारिता क्षेत्र के जानकारों ने भी सवाल उठाया है कि जब सरकार के खजाने पर कोई भार नहीं पड़ता, तो पंजीयक कार्यालय और सहकारिता विभाग कर्मचारियों की वेतन वृद्धि को लेकर टालमटोल क्यों कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार की यह चुप्पी और देरी न केवल कर्मचारियों को निराश कर रही है, बल्कि सहकारी तंत्र की विश्वसनीयता को भी कमजोर कर रही है।

सत्ताधारी दल के कई स्थानीय नेताओं और सहकारी संगठनों ने कर्मचारियों की मांग को पूरी तरह न्यायोचित और वैध बताया है। नेताओं ने मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि अगर सरकार ने शीघ्र समाधान नहीं निकाला तो यह हड़ताल राज्यव्यापी संकट में बदल सकती है।

संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि यह आंदोलन सिर्फ वेतन वृद्धि का नहीं बल्कि न्याय, सम्मान और हक की लड़ाई है। कर्मचारियों ने कहा कि “हम न्यायालय से जीत चुके हैं, लेकिन सरकार से न्याय की उम्मीद अब भी अधूरी है।” यदि सरकार ने शीघ्र हस्तक्षेप नहीं किया, तो इसका खामियाज़ा न केवल सहकारी बैंकिंग व्यवस्था बल्कि किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी भुगतना पड़ेगा, जिससे किसानों की परेशानी और गहराएगी।

सहकारी बैंक कर्मचारियों की हड़ताल का दूसरा चरण शुरू — पांच वर्षों से लंबित वेतन वृद्धि को लेकर सरकार के खिलाफ तेज हुआ आंदोलन


बलौदाबाजार। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक कर्मचारियों की एक सूत्रीय मांग — पांच वर्षों से लंबित वार्षिक वेतन वृद्धि — को लेकर चल रहा आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। रायपुर सहकारी बैंक के अंतर्गत आने वाले 06 जिलों की 73 शाखाओं के लगभग 700 कर्मचारी 29 अक्टूबर से क्रमबद्ध हड़ताल पर हैं। आज 3 नवम्बर 2025 को इस हड़ताल का दूसरा चरण प्रारंभ हुआ, जिसमें सभी शाखाओं के कर्मचारियों ने सुबह 10.30 से 11.30 बजे तक शाखाओं के बाहर एक घंटे तक नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया।

हड़ताल के दौरान किसानों और खाताधारकों ने भी कर्मचारियों का नैतिक समर्थन किया, जिससे आंदोलन को और बल मिला। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मोहनलाल साहू, याचिकाकर्ता देवेंद्र पांडे, विधान तिवारी, युवराज दुबे, अविनाश शर्मा, मनोज दिवाकर सहित संघ के अन्य पदाधिकारियों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए सरकार के रवैए पर नाराज़गी जताई।

संघ का कहना है कि वार्षिक वेतन वृद्धि को लेकर हाईकोर्ट ने पहले ही स्पष्ट आदेश दिया है, फिर भी सहकारिता विभाग इस निर्णय को लागू करने में टालमटोल कर रहा है। कर्मचारियों का तर्क है कि वेतन वृद्धि से शासन के खजाने पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह वृद्धि बैंक के अर्जित लाभ से दी जानी है। बावजूद इसके, उन्हें इस लाभ से वंचित रखा जा रहा है।

संघ ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं लिया गया, तो आगामी दिनों में आंदोलन और उग्र रूप लेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया — धान खरीदी भुगतान व्यवस्था — इन बैंकों के माध्यम से होती है। ऐसे में यदि 73 शाखाओं के कर्मचारी हड़ताल पर बने रहे, तो शासन की छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा और किसानों को भी भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

संघ के मीडिया प्रभारी फत्तेसेन ने बताया कि कर्मचारी संघ को सामाजिक और राजनीतिक जनप्रतिनिधियों से लगातार समर्थन मिल रहा है, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा, “यदि पांच वर्षों से लंबित वेतन वृद्धि शीघ्र नहीं दी गई, तो बैंक कर्मचारियों के परिवार आर्थिक संकट में घिर जाएंगे, जिससे कर्मचारियों में गहरी निराशा फैल जाएगी। सरकार को तत्काल ठोस कदम उठाते हुए वेतन वृद्धि लागू करनी चाहिए।”

हड़ताल के इस दूसरे चरण से स्पष्ट है कि बैंक कर्मचारियों का आक्रोश अब बढ़ता जा रहा है और यदि मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो यह आंदोलन राज्य स्तर पर बड़ा रूप ले सकता है।

पलारी में सिद्धेश्वर मंदिर पुन्नी मेले की तैयारियों का दोपहर में निरीक्षण — श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर प्रशासन सतर्क** एसडीएम दीपक निकुंज, सीएमओ मनोज बंजारा व जनपद सीईओ ने लिया स्थल का जायजा — कुछ दिन पहले नगर पंचायत अध्यक्ष गोपी साहू व वरिष्ठ नागरिकों ने भी किया था निरीक्षण*


पलारी। आज दिनांक 3 नवम्बर 2025 (सोमवार) की दोपहर में नगर पंचायत पलारी क्षेत्र के प्रसिद्ध सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, जो कि बालसमंद तालाब पार स्थित है, में आगामी पुन्नी मेले की तैयारियों का प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दल में एसडीएम पलारी दीपक निकुंज, नगर पंचायत पलारी के सीएमओ मनोज बंजारा, तथा जनपद पंचायत पलारी के सीईओ उपस्थित रहे।

अधिकारियों ने मंदिर परिसर और तालाब के चारों ओर घूमकर मेला स्थल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वाहन पार्किंग, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता, सुरक्षा तैनाती और भीड़-प्रबंधन जैसी आवश्यक तैयारियों की समीक्षा की।

एसडीएम दीपक निकुंज ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि “मेला के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभाग जिम्मेदारी से कार्य करें।” उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और प्रकाश व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए और सभी कार्य समय पर पूर्ण हों।

निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत के सीएमओ मनोज बंजारा ने मेला क्षेत्र में कुछ स्थानों पर सड़कों और मार्गों में गड्ढे पाए जाने पर उन्हें तुरंत भरने के निर्देश दिए । उन्होंने सफाई अमले को निर्देश दिया कि मेला प्रारंभ होने से पहले सभी रास्तों को समतल व स्वच्छ कर लिया जाए। मनोज बंजारा ने बताया कि मेला क्षेत्र में अस्थायी शौचालय, पेयजल टैंक और कचरा निपटान की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

जनपद पंचायत के सीईओ ने बताया कि तालाब के चारों ओर पार्किंग क्षेत्र और पैदल मार्गों का निर्धारण किया जा रहा है तथा प्रकाश व्यवस्था को मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है ताकि मेला सुचारू रूप से संपन्न हो।

इससे पहले, कुछ दिन पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गोपी साहू ने नगर के वरिष्ठ नागरिकों के साथ मेला स्थल और मंदिर परिसर का निरीक्षण किया था। उस दौरान उन्होंने भी स्थल की साफ-सफाई, रोशनी और सुरक्षा को लेकर नगर पंचायत अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। गोपी साहू ने कहा था कि “सिद्धेश्वर मंदिर पलारी की आस्था का केंद्र है, इसलिए मेला की तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और बेहतर वातावरण मिले।”

गौरतलब है कि सिद्धेश्वर मंदिर का पुन्नी मेला पलारी की धार्मिक आस्था और लोक परंपरा का प्रतीक है। हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं। इस वर्ष भी प्रशासन और नगर पंचायत ने मिलकर सुरक्षा, स्वच्छता और यातायात व्यवस्था को लेकर पूरी तैयारी कर ली है।

अमलीडीह में देवउठनी पर्व पर परंपरा और संस्कृति का संगम — भव्य आयोजन में शामिल हुए जनप्रतिनिधि व ग्रामीण

अमलीडीह देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 के आदर्श ग्राम अमलीडीह में लोक परंपरा और …

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भटकती हिरणी, दयालु हृदय और इंसानियत का उजला चेहरा — अजय ध्रुव ने बचाया जीवन, जगाई उम्मीद**


जोराडबरी रोहांसी (ब्लॉक पलारी)*

प्रकृति और पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता का अद्भुत उदाहरण पेश करते हुए **जोराडबरी निवासी अजय ध्रुव**, सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रभाग ब्लॉक अध्यक्ष एवं नगर पंचायत रोहाँसी के वार्ड पार्षद, ने आज एक ऐसा कार्य किया जिसने पूरे क्षेत्र में मानवता की नई मिसाल कायम कर दी।

2 नवंबर सुबह लगभग 8:30 बजे, अजय ध्रुव अपने खेत में दैनिक कृषि कार्य के लिए पहुँचे थे। उसी दौरान उन्होंने देखा कि एक **मादा हिरण खेत में भटककर आ गई थी और अपने झुंड से बिछड़ गई थी।** भयभीत हिरण खेत के चारों ओर भाग-दौड़ कर रही थी और किसी भी दिशा में सुरक्षित रास्ता नहीं पा रही थी।

अजय ध्रुव ने शांतिपूर्वक स्थिति को संभाला और अपनी सूझबूझ के साथ उस हिरण को किसी प्रकार की चोट पहुँचाए बिना पकड़कर धमनी के घने जंगल में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया।

उनके इस कार्य ने न केवल एक बेजुबान प्राणी की जान बचाई, बल्कि समाज के सामने यह सशक्त संदेश भी दिया कि मानवता सिर्फ मनुष्यों की सेवा तक सीमित नहीं, बल्कि हर जीव-जंतु के प्रति करुणा और संवेदना रखना ही इंसानियत का सच्चा परिचय है।

स्थानीय ग्रामीणों ने अजय ध्रुव की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कर्म समाज को प्रेरित करते हैं कि हम सब मिलकर वन्यजीव संरक्षण और प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने की दिशा में आगे बढ़ें।

अजय ध्रुव ने कहा —

> “हर जीव को जीने का अधिकार है। इंसान होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी रक्षा करें और उन्हें उनके प्राकृतिक घर — जंगल — में ही सुरक्षित रखें।”

उनका यह कदम यह साबित करता है कि जब करुणा, कर्तव्य और संवेदना एक साथ मिलते हैं, तो इंसानियत का सबसे उजला चेहरा सामने आता है।
जानवरों का संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है

किसानों के हित में पहल — भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आलोक सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से की मुलाकात, एग्री-स्टेक पंजीयन की समय सीमा बढ़ाने की मांग*

प्रदेश के अन्नदाताओं की समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में किसान …

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