पलारी। आज दिनांक 3 नवम्बर 2025 (सोमवार) की दोपहर में नगर पंचायत पलारी क्षेत्र के प्रसिद्ध सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, जो कि बालसमंद तालाब पार स्थित है, में आगामी पुन्नी मेले की तैयारियों का प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दल में एसडीएम पलारी दीपक निकुंज, नगर पंचायत पलारी के सीएमओ मनोज बंजारा, तथा जनपद पंचायत पलारी के सीईओ उपस्थित रहे।
अधिकारियों ने मंदिर परिसर और तालाब के चारों ओर घूमकर मेला स्थल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वाहन पार्किंग, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता, सुरक्षा तैनाती और भीड़-प्रबंधन जैसी आवश्यक तैयारियों की समीक्षा की।
एसडीएम दीपक निकुंज ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि “मेला के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी विभाग जिम्मेदारी से कार्य करें।” उन्होंने कहा कि भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और प्रकाश व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए और सभी कार्य समय पर पूर्ण हों।
निरीक्षण के दौरान नगर पंचायत के सीएमओ मनोज बंजारा ने मेला क्षेत्र में कुछ स्थानों पर सड़कों और मार्गों में गड्ढे पाए जाने पर उन्हें तुरंत भरने के निर्देश दिए । उन्होंने सफाई अमले को निर्देश दिया कि मेला प्रारंभ होने से पहले सभी रास्तों को समतल व स्वच्छ कर लिया जाए। मनोज बंजारा ने बताया कि मेला क्षेत्र में अस्थायी शौचालय, पेयजल टैंक और कचरा निपटान की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
जनपद पंचायत के सीईओ ने बताया कि तालाब के चारों ओर पार्किंग क्षेत्र और पैदल मार्गों का निर्धारण किया जा रहा है तथा प्रकाश व्यवस्था को मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है ताकि मेला सुचारू रूप से संपन्न हो।
इससे पहले, कुछ दिन पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष गोपी साहू ने नगर के वरिष्ठ नागरिकों के साथ मेला स्थल और मंदिर परिसर का निरीक्षण किया था। उस दौरान उन्होंने भी स्थल की साफ-सफाई, रोशनी और सुरक्षा को लेकर नगर पंचायत अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। गोपी साहू ने कहा था कि “सिद्धेश्वर मंदिर पलारी की आस्था का केंद्र है, इसलिए मेला की तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और बेहतर वातावरण मिले।”
गौरतलब है कि सिद्धेश्वर मंदिर का पुन्नी मेला पलारी की धार्मिक आस्था और लोक परंपरा का प्रतीक है। हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं। इस वर्ष भी प्रशासन और नगर पंचायत ने मिलकर सुरक्षा, स्वच्छता और यातायात व्यवस्था को लेकर पूरी तैयारी कर ली है।