बलौदाबाजार। जिलाधीश दीपक सोनी नें बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा किया। उन्होंने विभाग द्वारा संचालित केंद्र एवं राज्य शासन के विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा किया। इस दौरान पोषण ट्रेकर में कमजोर प्रदर्शन पर बिटकुली एवं संडी के सेक्टर अधिकारी को कारण बताओ सूचना जारी करने के निर्देश दिये। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीड़ीपीओ, सेक्टर ऑफिसर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता जुड़े थे। कलेक्टर नें कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग बहुत ही संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण कार्य करने वाला विभाग है जिसमें महिलाओं व बच्चों के विकास सबसे प्रमुख है। विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य और उनके उत्थान पर पूरा ध्यान केंद्रित करें। आंगनबाड़ी केंद्र बच्चों के लिए डे- केयर सेंटर के रूप में संचालित हैं। आंगनबाड़ी आने वाले बच्चों के साथ कार्यकर्ता व सहायिका अभिभावक की तरह व्यवहार करें। नाश्ता व भोजन की गुणवत्ता बेहतर हो, साफ -सफाई का भी विशेष ध्यान रखें। कुपोषित बाच्चों क़ो समय पर मापदंड के अनुसार आकलन कर आवश्यकतानुसार उपचार के लिए कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि सभी सीडीपीओ एवं सेक्टर अधिकारी कार्य का निरंतर कड़ाई के साथ मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर नें बैठक में महतारी वंदन योजना, पोषण ट्रेकर, कुपोषण दर, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, बाल सन्दर्भ योजना, पोषण पुनर्नवास केंद्र, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, सक्षम योजना, भवन विहीन आंगनबाड़ी केंद्र आदि पर विस्तृत समीक्षा किया। बताया दे कि जिले में 1587 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है संचालित हैं जिसमें 3 कार्यकर्त्ता एवं 13 सहायिका के पद रिक्त है। मॉनिटरिंग के लिए 7 सीड़ीपीओ एवं 60 सेक्टर अधिकारी हैं। बैठक में एनआईसी कक्ष में जिला कार्यक्रम अधिकारी टी. के. जाटवर, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी आदित्य शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
