पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज, डॉ. संजीव शुक्ला (IPS) एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, रजनेश सिंह (IPS) के मार्गदर्शन तथा दिशा-निर्देश में आज बिलासपुर में एक दिवसीय रीडर शाखा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में कुल 64 अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हुए। प्रशिक्षण का विषय रीडर शाखा की कार्यप्रणाली रखा गया था, जिसके अंतर्गत अधिकारियों को रीडर शाखा से जुड़ी व्यावहारिक एवं तकनीकी जानकारी दी गई।
📚 प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु :
फाइल संधारण एवं अभिलेख प्रबंधन – कार्यालयीन कार्यों की पारदर्शिता व गति सुनिश्चित करने हेतु।
केस डायरी संधारण – विवेचना कार्यों को व्यवस्थित एवं प्रमाणिक बनाने के उद्देश्य से।
निरीक्षण प्रतिवेदन – उच्चाधिकारियों को प्रामाणिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया।
शिकायत जाँच – प्राप्त शिकायतों की सुनवाई एवं तथ्यात्मक जाँच की विधि।
तकनीकी दक्षता विकास – डिजिटल टूल्स व आधुनिक तकनीकों के उपयोग के प्रति प्रशिक्षण।
🎯 उद्देश्य :
इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य रीडर शाखा की 100% कार्यकुशलता विकसित करना, तकनीकी दक्षता बढ़ाना तथा अपराध विवेचना एवं पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी व पारदर्शी बनाना है। इसके माध्यम से पुलिस बल की कार्यप्रणाली को स्मार्ट व आधुनिक बनाने की दिशा में सार्थक कदम उठाया गया है।
🗣️ मार्गदर्शन व संदेश
पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि कार्यालयीन दक्षता और केस प्रबंधन पुलिसिंग का अभिन्न अंग है, इसे सुदृढ़ बनाकर ही समयानुकूल, पारदर्शी एवं प्रभावी पुलिसिंग सुनिश्चित की जा सकती है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने कार्यशाला में प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि रीडर शाखा का कार्य प्रशासन एवं विवेचना के बीच सेतु की भूमिका निभाता है। इसलिए इसकी मजबूती सीधे आमजन तक बेहतर पुलिस सेवा पहुँचाने में सहायक होगी।
🔎 सार:
कार्यशाला के माध्यम से अधिकारियों/कर्मचारियों में कार्य के प्रति नया उत्साह देखा गया। प्रतिभागियों ने माना कि इस प्रकार का प्रशिक्षण न केवल उनकी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाएगा बल्कि पुलिस संगठन की कार्यप्रणाली को और भी पेशेवर व जनअनुकूल बनाएगा।
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