Asian Shooting: भारत ने एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में एक बार फिर अपने दमखम का लोहा मनवाया है। शनिवार को आयोजित 16वें एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में भारतीय निशानेबाज अर्जुन बाबुता और इलावेनिल वलारिवान की जोड़ी ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस जीत ने न केवल भारत का परचम एशियाई स्तर पर बुलंद किया है बल्कि भारतीय शूटिंग के लगातार बढ़ते प्रभाव को भी साबित किया है।
शानदार मुकाबले में चीन को दी मात
फाइनल में अर्जुन और इलावेनिल का सामना चीन के दिग्गज निशानेबाजों डिंगके लू और शिनलु पेंग की जोड़ी से हुआ। शुरुआत में चीनी जोड़ी बढ़त बनाने में सफल रही। भारतीय जोड़ी ने शुरुआती राउंड्स में कुछ कमजोर स्कोर दर्ज किए, जिनमें 9.5 और 10.1 जैसे अंक शामिल थे। लेकिन उसके बाद दोनों ने गजब की लय पकड़ी और लगातार बेहतरीन निशाने लगाए।
धीरे-धीरे भारतीय जोड़ी ने वापसी करते हुए अंक अंतर को कम करना शुरू किया और अंत में 17-11 के निर्णायक स्कोर से मुकाबला जीत लिया। इस जीत के साथ भारत की झोली में एक और स्वर्ण पदक आ गया।
इलावेनिल का दूसरा स्वर्ण
इस प्रतियोगिता में इलावेनिल वलारिवान के लिए यह दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले उन्होंने महिला वर्ग में 10 मीटर एयर राइफल व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया था। लगातार दो स्वर्ण पदक जीतकर इलावेनिल ने यह साबित कर दिया है कि वह इस समय एशिया की सबसे बेहतरीन निशानेबाजों में से एक हैं।
भारतीय पुरुष टीम की भी स्वर्णिम सफलता
अर्जुन बाबुता के लिए भी यह चैंपियनशिप खास रही। मिश्रित टीम में इलावेनिल के साथ स्वर्ण जीतने से पहले अर्जुन ने पुरुषों की टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक हासिल किया था। अर्जुन, रुद्राक्ष पाटिल और किरण जाधव की तिकड़ी ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में सोना जीतकर भारत को गौरवान्वित किया। इस जीत ने भारतीय पुरुष निशानेबाजों की ताकत और टीम भावना को भी दिखाया।

भारत की बढ़ती ताकत का प्रमाण
एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में भारत की ये सफलताएं इस बात का सबूत हैं कि देश के निशानेबाज अब न केवल एशिया बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। खासकर 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में भारत का दबदबा लगातार बढ़ रहा है। इस चैंपियनशिप से पहले भी भारतीय निशानेबाजों ने विश्व कप और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई शानदार प्रदर्शन किए हैं।
खिलाड़ियों का उत्साह और तैयारी
भारतीय कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों ने लंबे समय से इस प्रतियोगिता की तैयारी की थी। खासकर ओलंपिक की तैयारी को ध्यान में रखते हुए, इन स्पर्धाओं को बेहद अहम माना जाता है। अर्जुन और इलावेनिल की जोड़ी ने बेहतरीन तालमेल का प्रदर्शन किया, जो मिश्रित टीम इवेंट में जीत की सबसे बड़ी कुंजी साबित हुआ।
भविष्य की राह
इन जीतों से भारतीय निशानेबाजों का मनोबल और बढ़ेगा। आने वाले समय में, जब बड़े टूर्नामेंट जैसे ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप होंगे, तब ये प्रदर्शन खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देंगे। इलावेनिल और अर्जुन जैसे युवा निशानेबाजों ने यह दिखा दिया है कि भारत का भविष्य शूटिंग स्पोर्ट्स में बेहद उज्ज्वल है।
अर्जुन बाबुता और इलावेनिल वलारिवान की जोड़ी ने एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतकर भारत को गर्व का एक और मौका दिया है। उनके संघर्ष और शानदार प्रदर्शन ने देश का सिर ऊंचा किया। इलावेनिल का दूसरा स्वर्ण और अर्जुन का दोहरी सफलता वाला प्रदर्शन आने वाले वर्षों में भारत के लिए एक मजबूत नींव तैयार करता है। यह जीत न केवल पदकों की संख्या में इजाफा है, बल्कि भारतीय निशानेबाजी के सुनहरे भविष्य की गवाही भी है।