रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
बलौदाबाजार, 9 जुलाई 2025 कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देशानुसार तथा जिला पंचायत सीईओ सुश्री दिव्या अग्रवाल की अध्यक्षता में बुधवार को जिला पंचायत सभागार में नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल-ऑयल पाम के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला में जिले के कृषकों को ऑयल पाम की खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीक, फायदे और केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा प्रदत्त सब्सिडी की जानकारी दी गई। ऑयल पाम उत्पादन एवं क्रय से संबंधित जानकारी प्रियूनिक एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विशेषज्ञों द्वारा दी गई।
कंपनी अधिकारियों ने बताया कि प्रति हेक्टेयर 143 पौधों हेतु ₹29,000 का अनुदान प्रदान किया जाता है। साथ ही, पहले वर्ष से चौथे वर्ष तक पौधों के रखरखाव, उर्वरक और खाद आदि के लिए भी अनुदान दिया जाता है।
ऑयल पाम से प्रति एकड़ वार्षिक 10 से 12 टन उत्पादन होता है, जिसमें मजदूरों की न्यूनतम आवश्यकता होती है। पहले चार वर्षों में प्रति हेक्टेयर ₹25,000 से ₹30,000 तक लागत आती है, जबकि 4 से 6 वर्षों के दौरान प्रति हेक्टेयर ₹70,000 से ₹2,70,000 तक आय संभव होती है।
कंपनी द्वारा अनुबंध के तहत 100% उत्पादन की खरीद की जाएगी, जिससे किसानों को विपणन की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। अन्य पारंपरिक तिलहनों की तुलना में ऑयल पाम से 5 से 6 गुना अधिक तेल प्राप्त होता है।
कार्यक्रम में दुर्ग जिले के प्रगतिशील किसान श्री देवांगन ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि ऑयल पाम की खेती से उन्हें प्रति एकड़ ₹40,000 मासिक आय प्राप्त हो रही है।
कार्यशाला में किसानों एवं अधिकारियों द्वारा इस खेती को प्रोत्साहन देने हेतु सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्री ईशान वैष्णव, उपसंचालक कृषि श्री दीपक नायक, सहायक संचालक उद्यान श्रीमती आभा पाठक, अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री जयइन्द्र कंवर, कृषि वैज्ञानिक डॉ. सविता राजपूत, डॉ. सागर आनंद पाण्डेय, स्वाति ठाकुर सहित उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, कृषक संगठन के प्रतिनिधि, अनेक किसान तथा अनुबंधित कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।