जैसलमेर-: राजस्थान भारत-पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर जिले के रेगिस्तानी इलाके से देश को ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि मिली है। सरकारी कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ने यहाँ करीब सात साल से बंद पड़े गैस कुओं से एक बार फिर उत्पादन शुरू कर दिया है।
रोजाना 1 लाख क्यूबिक मीटर गैस उत्पादन ओएनजीसी के अधिकारियों के अनुसार, इस समय जैसलमेर क्षेत्र के दो गैस कुओं से रोजाना लगभग 1 लाख क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन किया जा रहा है। उत्पादन शुरू होने से न सिर्फ ऊर्जा आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी बल्कि देश की आयात निर्भरता भी कुछ हद तक कम होगी।
सात साल से क्यों बंद थे कुएं?
जानकारी के मुताबिक, तकनीकी दिक्कतों और आर्थिक कारणों से ये गैस कुएं करीब सात वर्ष पहले बंद कर दिए गए थे। लेकिन नए सर्वेक्षण और तकनीकी सुधारों के बाद इन्हें दोबारा सक्रिय करने में सफलता मिली है।
रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र
जैसलमेर का यह क्षेत्र पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ है, ऐसे में यहाँ ऊर्जा संसाधनों का दोबारा सक्रिय होना राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है। यह उपलब्धि दर्शाती है कि रेगिस्तानी और सीमावर्ती इलाकों में भी ऊर्जा उत्पादन की बड़ी संभावनाएँ मौजूद हैं।
स्थानीय स्तर पर लाभ
गैस उत्पादन बढ़ने से स्थानीय स्तर पर भी रोजगार के अवसर सृजित होंगे। साथ ही, राजस्थान में औद्योगिक और घरेलू गैस आपूर्ति को मजबूती मिलेगी।
ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कदम
भारत अपनी बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रयासरत है। जैसलमेर से उत्पादन शुरू होना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।