जिला ब्यूरो चीफ/तोषन प्रसाद चौबे
पलारी। नगर पंचायत पलारी ने हाल ही में राज्य स्तरीय स्वच्छता मूल्यांकन में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया और पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया। लेकिन नगर के बालसमुंद तालाब परिसर और आसपास स्थित मंदिरों में असामाजिक तत्वों की गतिविधियाँ इस उपलब्धि पर सवाल खड़े कर रही हैं।
तालाब किनारे स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर सहित आसपास के कई मंदिरों के परिसर में असामाजिक लोग शराब और सिगरेट का सेवन करते हैं। सफाई कर्मचारियों की मेहनत के बावजूद यहां पानी पाउच, डिस्पोजल का कचरा और शराब की बोतलें फैली रहती हैं। श्रद्धालुओं और साधु-संतों का कहना है कि धार्मिक स्थल पर इस तरह की हरकतें नगर की छवि को धूमिल करती हैं।
स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि मंदिरों और तालाब परिसर के आसपास पुलिस गश्त को बढ़ाया जाए और गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। नागरिकों का कहना है कि सिर्फ सफाई पर्याप्त नहीं है, जब तक शराबखोरी और असामाजिक गतिविधियों पर लगाम नहीं लगेगी।
इस पर नगर पंचायत पलारी के अध्यक्ष श्री गोपी साहू ने कड़ा संदेश देते हुए कहा —
“नगर की स्वच्छता छवि और धार्मिक स्थलों की पवित्रता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। मैं नगरवासियों से अपील करता हूँ कि यदि ऐसी हरकत कहीं भी दिखे तो तुरंत नगर पंचायत और नज़दीकी पुलिस थाना को सूचित करें। प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।”
सूत्रों का कहना है कि नगर पंचायत पलारी अब पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर तालाब और मंदिरों के आसपास निगरानी को और सख्त करने की तैयारी कर रही है। साथ ही, नगरवासियों को भी जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि स्वच्छता में मिली उपलब्धि को कायम रखा जा सके।