रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
बलौदाबाजार, 3 जुलाई 2025/
अब भूमि चिन्हांकन और फसल सर्वेक्षण का कार्य डिजिटल तकनीक की सहायता से अधिक सटीक, सरल और पारदर्शी बन सकेगा। एग्रीस्टैक एप और जियो-रेफरेंसिंग तकनीक के माध्यम से खेतों का वास्तविक सर्वेक्षण किया जाएगा, जिससे भू-संबंधी विवादों के त्वरित समाधान में मदद मिलेगी।
इसी उद्देश्य से जिला पंचायत सभाकक्ष में आज डिजिटल क्रॉप सर्वे पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला दो पालियों में संपन्न हुई।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने उपस्थित राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को फील्ड में गंभीरता व निष्ठा से लागू करें, और सीमांकन से जुड़े सभी लंबित प्रकरणों को समय-सीमा में पूर्ण करें।
प्रशिक्षण की मुख्य बातें:
मास्टर ट्रेनरों द्वारा डिजिटल क्रॉप सर्वे की संपूर्ण प्रक्रिया का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
हर खसरे और भू-खंड की जियो-टैग्ड फसल तस्वीरें ली जाएंगी और एग्रीस्टैक पोर्टल में अपलोड होंगी।
किसानों का पंजीयन सर्वेयर द्वारा किया जाएगा, जिसके उपरांत उन्हें फार्मर आईडी प्रदान की जाएगी।
महत्वपूर्ण तथ्य:
वर्तमान खरीफ सीजन 2025 में जिले के 524 ग्रामों में 15 अगस्त 2025 से डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण प्रारंभ होगा।
इसके लिए प्रत्येक ग्राम से अधिकतम 20 स्थानीय युवाओं का चयन किया जाएगा।
यह चयन पटवारी के माध्यम से तहसीलदार द्वारा किया जाएगा।
चयन हेतु पात्रता: ग्राम निवासी, न्यूनतम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण एवं एंड्रॉइड मोबाइल फोन धारक।