जिला ब्यूरो चीफ/तोषन प्रसाद चौबे
बलौदाबाजार, 12 सितम्बर 2025।
जनसेवा के नाम पर लापरवाही बरतने वाले संचालकों पर अब प्रशासन का डंडा चला है। कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश पर जिले के 5 चॉइस सेंटर संचालकों का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है, जबकि 10 अन्य को अंतिम चेतावनी देकर सख्त हिदायत दी गई है।
ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर संदीप साहू ने बताया कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत नागरिकों को विभिन्न प्रमाण पत्र और सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके लिए चॉइस सेंटर व लोक सेवा केंद्र संचालकों को आवेदकों के दस्तावेज पूर्ण रूप से पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। लेकिन कई संचालकों ने अधूरे दस्तावेज अपलोड किए, जिससे प्रमाण पत्र समय पर जारी नहीं हो पा रहे थे। नतीजतन, आम लोग बार-बार केंद्रों के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे थे।
प्रशासन ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए कुल 15 संचालकों को नोटिस जारी किया। इनमें से 5 के लाइसेंस सीधे निरस्त कर दिए गए, जबकि 10 को अंतिम चेतावनी पत्र थमाया गया।
लाइसेंस निरस्त होने वालों में –
अंगिता वर्मा (ग्राम हिरमी, विकासखंड सिमगा)
अनवर रजा (ग्राम कटगी)
यानेश तिवारी (ग्राम भरसेला, विकासखंड बलौदाबाजार)
मनहरण (ग्राम क़सियारा)
नोखराम ध्रुव (ग्राम पनगांव) शामिल हैं।
कलेक्टर ने दो टूक कहा है कि नागरिक सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी संचालक नियमों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें सेवाओं में किसी प्रकार की समस्या हो, तो वे तुरंत शिकायत दर्ज कराएँ।