बिलासपुर। साइबर अपराधों से बचाव और आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से बिलासपुर पुलिस एवं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में विशेष साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) ने गुम हुए मोबाइल फोन को आम नागरिकों को लौटाकर पुलिस की जनसेवा और पारदर्शिता की पहल को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में SBI बिलासपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक अविनाश सोनी सहित बैंक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों ने मिलकर उपस्थित नागरिकों को नवीनतम साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इनमें मुख्य रूप से डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड : जिसमें अपराधी खुद को सरकारी एजेंसी या पुलिस अधिकारी बताकर डराते हैं और पैसों की ठगी करते हैं।
सेक्सटॉर्शन अपराध : सोशल मीडिया या वीडियो कॉल के माध्यम से ब्लैकमेलिंग की घटनाएं।
व्हाट्सएप डीपी फ्रॉड : प्रोफाइल फोटो का दुरुपयोग कर रिश्तेदारों/परिचितों से पैसों की मांग करना ऑनलाइन लोन ऐप ठगी : फर्जी लोन एप्स के जरिए व्यक्तिगत जानकारी व बैंक डिटेल लेकर ब्लैकमेल व आर्थिक शोषण।
अधिकारियों ने बताया कि इन अपराधों से बचाव के लिए—
✔ किसी भी अनजान लिंक, कॉल या ऐप पर भरोसा न करें।
✔ अपनी निजी जानकारी, बैंक पासवर्ड, OTP आदि साझा न करें।
✔ सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग्स मजबूत रखें।
✔ संदिग्ध कॉल या संदेश मिलते ही तुरंत पुलिस या संबंधित बैंक से संपर्क करें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आमजन से अपील की कि वे सजग नागरिक बनकर साइबर अपराधियों के खिलाफ सबसे मजबूत सुरक्षा चक्र तैयार करें कार्यक्रम के दौरान नागरिकों ने भी अपने अनुभव साझा किए और साइबर सुरक्षा संबंधी प्रश्न पूछे, जिनका अधिकारियों ने समाधान दिया।
👉 बिलासपुर पुलिस और SBI ने आगे भी ऐसे जागरूकता अभियानों को नियमित रूप से आयोजित करने का संकल्प लिया।
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