
कुम्हारी (बलौदाबाज़ार), 24 अगस्त 2025। ग्राम कुम्हारी में आज शाम 4 बजे श्रीमती मोंगरा बाई पटेल (माता— कृष्णचरण पटेल, जिला अध्यक्ष, बलौदाबाज़ार) का शांतिपूर्ण निधन हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही ग्राम में शोक की लहर दौड़ गई और लोगों ने बड़ी संख्या में उनके निवास स्थान पहुँचकर शोक-संतप्त परिवार को सांत्वना दी।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
दिवंगत श्रीमती मोंगरा बाई पटेल अपने पीछे 5 पुत्र, 3 पुत्रियाँ तथा नाती–पोती सहित भरा–पूरा परिवार छोड़ गई हैं। परिवार और निकट संबंधियों ने उन्हें एक स्नेहमयी, संयमी और कर्मठ गृहिणी के रूप में याद किया, जिन्होंने जीवनभर परिवार और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन किया।
ग्राम और समाज में योगदान
कुम्हारी के बुजुर्गों और महिलाओं के बीच उनकी विशेष पहचान सरल स्वभाव, सहयोगी प्रवृत्ति और धार्मिक आस्था के कारण रही। ग्रामवासियों के अनुसार, वह पारिवारिक मेल–मिलाप, त्योहारों और सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहती थीं और ज़रूरतमंदों की मदद को सदैव तत्पर रहती थीं। उनके व्यक्तित्व की सादगी और धैर्य ने उन्हें गाँव में “आदरणीया मातृशक्ति” का स्थान दिलाया।
शोक संवेदनाएँ
उनके पुत्र कृष्णचरण पटेल (जिला अध्यक्ष पटेल संघ बलौदाबाजार) और परिवार को क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, व्यापारिक समुदाय, स्कूली शिक्षकों तथा ग्राम के वरिष्ठ जनों ने संवेदना प्रेषित की है। शोकाकुल परिवार ने सभी शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की अपील की है।
अंतिम संस्कार का कार्यक्रम
परिवार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अंतिम संस्कार कल सोमवार, 25 अगस्त 2025 को प्रातः 10:00 बजे ग्राम कुम्हारी मुक्तिधाम में संपन्न होगा। अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान से आरंभ होगी, जिसमें परिजनों सहित ग्रामवासियों, मित्रों और परिचितों के सम्मिलित होने की अपेक्षा है। शोकसभा में कोविड/स्वास्थ्य संबंधी सामान्य सावधानियों का पालन करने और व्यवस्था बनाए रखने का निवेदन किया गया है।
श्रद्धांजलि
श्रीमती मोंगरा बाई पटेल की स्मृति में अनेक धार्मिक–सामाजिक कार्यक्रमों में श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। परिवार के अनुसार, आगामी दिनों में घर पर संक्षिप्त श्रद्धांजलि–संगोष्ठी रखी जाएगी, जिसकी सूचना अलग से दी जाएगी। उनके द्वारा सिखाए गए पारिवारिक संस्कार—सादगी, आत्मीयता और सेवा—परिवार और समाज के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।