रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
कुम्हारी, 14 अगस्त 2025। ग्राम पंचायत कुम्हारी के सभी मोहल्लों में आज हलसाष्टी (हलषष्ठी) व्रत परंपरागत श्रद्धा के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिरों व पूजा स्थलों में महिलाओं की कतारें लगी रहीं। माता-बहनों ने कुश, दूब, अक्षत और दूधी/हल्दी समेत पूजा सामग्रियों के साथ व्रत रखकर संतान की दीर्घायु व सुख-समृद्धि की कामना की।
कार्यक्रम की रूपरेखा
सुबह 5:30 बजे से स्नान-पूजन शुरू हुआ और सुबह 8:00 बजे तक सामूहिक मंत्रोच्चार व कथा-श्रवण संपन्न हुआ।
विभिन्न मोहल्लों—मुख्य चौक क्षेत्र, बस स्टैण्ड, भाटापारा सतनामी मुहल्ला पूरानी बस्ती नया बस्ती—में महिलाओं ने सामूहिक पूजन किया।
व्रतधारिणियों ने परंपरा के अनुसार हल से जोता अनाज व दूध से बने प्रसाद का वर्जन रखते हुए, कच्ची धान की बालियों व दूब से देवता का आह्वान किया।
सामूहिक सहभागिता
ग्राम की बुजुर्ग माताओं ने युवतियों को व्रत की विधि-विधान व लोककथा समझाई। कई स्थानों पर महिला स्वसहायता समूहों ने जल, छाया और आसन की व्यवस्था की। दोपहर में बच्चों के लिए भजन-कीर्तन और संस्कार गीत आयोजित हुए, जिनमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।
व्यवस्था व सुरक्षा
ग्राम के सहयोग से सफाई, पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा की अस्थायी व्यवस्था की गई। स्वयंसेवकों ने पूजा स्थलों पर मार्गदर्शन व कतार प्रबंधन संभाला। शाम को दीप प्रज्वलन के साथ आरती निकली, जिसने पूरे गांव में उत्सव का माहौल बना दिया।
आस्था और संदेश
स्थानीय महिलाओं ने बताया कि हलसाष्टी व्रत मातृत्व, संरक्षण और संतान-कल्याण का पर्व है। बुजुर्गों ने कहा कि इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पूजा के बाद पौधरोपण भी किया गया। कई परिवारों ने जरूरतमंदों को फल-दूध वितरित कर सामाजिक समरसता का परिचय दिया।
निष्कर्ष
दिनभर चले धार्मिक कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए। ग्रामवासियों ने भविष्य में भी इसी तरह सामूहिक सहभागिता और स्वच्छता-व्यवस्था के साथ त्योहार मनाने का संकल्प लिया।