रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
रिपोर्ट : बलौदाबाजार, 17 जून 2025
बलौदाबाजार जिले के खपरीडीह और कुम्हारी क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित क्रेशर प्लांटों के खिलाफ जिला प्रशासन और खनिज विभाग ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। मंगलवार को की गई इस कार्रवाई में कुल 8 क्रेशर प्लांटों को सील कर बंद कर दिया गया, जो बिना वैध खनन अनुमति, पर्यावरणीय स्वीकृति और लीज के कार्य कर रहे थे।
🚧 अवैध संचालन का पर्दाफाश
जिला खनिज अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल ने दोनों क्षेत्रों में अचानक दबिश दी। निरीक्षण के दौरान सभी 8 क्रेशर प्लांटों के संचालन में गंभीर अनियमितताएँ पाई गईं। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि ये इकाइयाँ बिना वैध खनिज पट्टा (लीज) के पत्थर खनन और उसका प्रसंस्करण कर रही थीं। इसके अतिरिक्त पर्यावरणीय क्लीयरेंस की भी घोर अनदेखी की गई थी, जो कि पर्यावरण संरक्षण अधिनियमों का सीधा उल्लंघन है।
⚠️ पूर्व में जारी किए गए थे नोटिस
खनिज विभाग ने बताया कि इन क्रेशर संचालकों को विगत महीनों में कई बार नोटिस और चेतावनियाँ जारी की गई थीं। बार-बार नियमों की अनदेखी करने पर यह सख्त कदम उठाया गया। विभाग ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार के अवैध खनन और संचालन से शासन को लाखों रुपये की राजस्व हानि हो रही थी, वहीं आम जनता को भी धूल, शोर और प्रदूषण से गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
🛑 सभी इकाइयां तत्काल प्रभाव से सील
कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद क्रेशर मशीनों को बंद कर दिया गया और सभी इकाइयों को तुरंत सील कर दिया गया। टीम द्वारा प्लांटों से दस्तावेजों की जब्ती, मशीनों की फोटो ग्राफ़ी और वीडियोग्राफ़ी कर आवश्यक सबूत संकलित किए गए हैं।
📣 आगे और कार्रवाई की चेतावनी
प्रशासन और खनिज विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जिले में संचालित सभी क्रेशर इकाइयों की चरणबद्ध जांच की जाएगी और जिन भी इकाइयों में खनिज नियमों और पर्यावरण मानकों का उल्लंघन पाया जाएगा, उनके विरुद्ध जुर्माना, एफआईआर दर्ज करने से लेकर जेल भेजने तक की कार्रवाई की जाएगी।
खनिज अधिकारी ने बताया,
> “खनिज संपदा राज्य की अमूल्य धरोहर है, और उसका अवैध दोहन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शासन का स्पष्ट निर्देश है कि अवैध खनन पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।”
🌱 जनहित और पर्यावरण संरक्षण प्राथमिकता
इस कार्रवाई से एक ओर जहां प्रशासन की कार्यप्रणाली पर जनता का विश्वास बढ़ा है, वहीं पर्यावरण और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अवैध खनन के कारण ग्रामीण इलाकों में जलस्तर, कृषि भूमि और वन्यजीवों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था, जिस पर अब अंकुश लगाने की दिशा में यह कार्रवाई मील का पत्थर साबित हो सकती है।
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📌 विशेष जानकारी के लिए
जिला खनिज विभाग ने आम जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी अवैध खनन या अवैध क्रेशर संचालन की जानकारी हो, तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन या विभाग को दें, ताकि समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
अवैध खनन मे प्रयुक्त ब्लास्ट को भी बंद किया जाना चाहिए!
आस पास के मकान में दरारे आ रही है
इस पर भी कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए!