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“सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, विद्यार्थियों ने दिखाई जागरूकता

“सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, विद्यार्थियों ने दिखाई जागरूकता

रिपोर्टर टेकराम कोसले

सारंगढ़-बिलाईगढ़। सड़क दुर्घटनाओं से लगातार बढ़ते खतरे और आम नागरिकों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सारंगढ़-बिलाईगढ़ के तत्वावधान में सेजेस भटगांव में विकास खण्ड स्तरीय “सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।“सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा” विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, विद्यार्थियों ने दिखाई जागरूकता

इस प्रतियोगिता में क्षेत्र के विभिन्न हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की अनिवार्यता, यातायात नियमों की अनदेखी से होने वाली दुर्घटनाएँ, जीवन रक्षा के उपाय और सुरक्षित यातायात संस्कृति के निर्माण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार प्रभावशाली ढंग से रखे। बच्चों के तर्क-वितर्क ने उपस्थित जनसमूह को सोचने पर मजबूर कर दिया।

विजेताओं की घोषणा

निर्णायक मंडल की गहन समीक्षा के बाद परिणाम घोषित किया गया, जिसमें—

प्रथम स्थान – गरिमा पुरैना, सेजेस भटगांव

द्वितीय स्थान – मृदुला देवांगन, लोटस पब्लिक स्कूल भटगांव

तृतीय स्थान – तुलसी साहू, सेजेस बिलाईगढ़

विजेता प्रतिभागी आगामी 30 अगस्त 2025 को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में अपने विकास खण्ड का प्रतिनिधित्व करेंगे।

गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के रूप में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बिलाईगढ़, सब डिविजनल पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) बिलाईगढ़, थाना प्रभारी भटगांव, विकास खण्ड परियोजना अधिकारी बिलाईगढ़, सेजेस प्राचार्य भटगांव उपस्थित रहे। इनके अतिरिक्त राजकुमार वर्मा (प्रधान पाठक मड़कड़ी), हेमन्त कुमार श्रीवास (सहायक शिक्षक), क्षमा साव समेत अनेक शिक्षक-शिक्षिकाएँ व छात्र-छात्राएँ भी मौजूद रहे।

उद्देश्य और संदेश

अधिकारियों ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क सुरक्षा केवल सरकारी नियमों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने, यातायात संकेतों का पालन करने और नशे की हालत में वाहन न चलाने जैसे छोटे-छोटे कदम जीवन बचाने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।

इस अवसर पर विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा गया कि नई पीढ़ी यदि बचपन से ही सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना सीख लेगी, तो भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में निश्चित रूप से कमी आएगी।

माहौल रहा उत्साहपूर्ण

पूरे कार्यक्रम का माहौल उत्साह और प्रतिस्पर्धा से भरा रहा। छात्र-छात्राओं ने गंभीर विषय को जोश और आत्मविश्वास से प्रस्तुत किया। दर्शक दीर्घा में बैठे शिक्षकों और अभिभावकों ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।

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