MASBNEWS

INDI Alliance Protest: विपक्ष का गहिरा गुस्सा! अखिलेश यादव ने बाड़ा पार कर पुलिस को चौंकाया, धरने पर बैठकर जताया विरोध

INDI Alliance Protest: देश की राजनीति में आज एक बार फिर विपक्षी दलों ने एकजुट होकर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। राहुल गांधी के नेतृत्व में सभी विपक्षी दलों ने संसद परिसर के निकट चुनाव आयोग कार्यालय तक एक जोरदार मार्च निकाला। इस मार्च के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए और केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध किया। विपक्ष ने कांग्रेस पर मतदान चोरी के आरोप लगाकर चुनाव प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया है। विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी गंभीर संदेह जताया है।

अखिलेश यादव ने किया बाड़े पार, पुलिस से तीखी बहस के बाद आगे बढ़े

इस मार्च में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व यूपी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी अपने सांसदों के साथ शामिल हुए। मार्च के दौरान जब पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की, तब उन्होंने पुलिस से कड़ी बहस की और बाड़े पार कर आगे निकल गए। यह साहसिक कदम देखकर सभी चौंक गए। अखिलेश यादव की इस कार्रवाई ने विपक्ष के मनोबल को और बढ़ा दिया। उन्होंने पुलिस की रोकथाम को तानाशाही बताते हुए इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताया।

अखिलेश यादव ने धरना देकर जताया विरोध

मार्च के दौरान पुलिस ने अखिलेश यादव को रोक दिया, जिससे नाराज होकर उन्होंने धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने जमकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार पुलिस के माध्यम से विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने चुनाव आयोग के खिलाफ उठ रहे सवालों पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाना चाहती है। अखिलेश यादव का यह धरना विपक्ष की एकजुटता और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा का प्रतीक बन गया।

राष्ट्रीय गान के साथ शुरू हुआ विपक्ष का मार्च

मार्च की शुरुआत संसद के मकर द्वार के सामने विपक्षी सांसदों ने राष्ट्रगान गाकर की। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, कांग्रेस की ज्योतिमानी और संजना जाटव समेत अन्य नेताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं ने इस मार्च में हिस्सा लिया। यह मार्च विपक्ष की एकता और मजबूत विपक्ष की ताकत को दर्शाता है।

विपक्ष का संदेश: लोकतंत्र और चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर हमला बर्दाश्त नहीं

इस मार्च के माध्यम से विपक्ष ने स्पष्ट कर दिया कि वे चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्षरत हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और मतदान चोरी के आरोपों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। विपक्ष ने जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को बचाने का संकल्प लेते हुए कहा कि वे ऐसे किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो लोकतंत्र को कमजोर करे। यह मार्च राजनीतिक संघर्ष का नया अध्याय साबित होगा।

Share this content:

Leave a Comment