रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
रिपोर्ट: बाड़मेर, 7 जुलाई 2025
बाड़मेर जिले में एक विवाहिता की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। बलदेव नगर क्षेत्र में रहने वाली महिला कमला की मौत के मामले ने तब तूल पकड़ा जब पीहर पक्ष ने उसके पति मुकनाराम और उसकी गर्लफ्रेंड शांति बाई पर गंभीर आरोप लगाए। महिला की मौत को आत्महत्या बताया गया है, लेकिन उसके पीछे की कहानी घरेलू हिंसा, मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से जुड़ी बताई जा रही है।
🕵️♂️ घटना का पूरा विवरण
घटना 3 जुलाई को बाड़मेर के रीको थाना क्षेत्र के बलदेव नगर इलाके की है, जहां हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी मुकनाराम की पत्नी कमला ने कथित तौर पर बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुरुआती तौर पर इसे आत्महत्या का मामला माना गया, लेकिन मृतका के मायके पक्ष ने इसके पीछे साजिश की आशंका जताई।
🔎 पीहर पक्ष के आरोप: “उसे जानबूझकर मारा गया”
मृतका के भाई ने बेहद गंभीर आरोप लगाए कि कमला को लगातार प्रताड़ित किया जाता था। उसका कहना था:
> “मेरी बहन को बेहोश होने तक पीटा जाता था। शरीर पर एक भी हिस्सा ऐसा नहीं था जहाँ उसे मारा न गया हो। मैंने खुद वीडियो बनाए थे, जिनमें वह अपने जख्म दिखाते हुए रो रही थी। वह मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह से टूट चुकी थी।”
परिजनों ने यह भी कहा कि कमला को इस हद तक टॉर्चर किया गया कि उसने आत्महत्या जैसे कठोर कदम को चुना।
⚖️ 48 घंटे का धरना: न्याय की मांग
कमला की मौत के बाद पीहर पक्ष और ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया, जो 3 जुलाई की शाम 6 बजे से लेकर 5 जुलाई की शाम 6 बजे तक लगातार 48 घंटे चला। धरना स्थल पर महिलाओं और युवाओं ने भी भाग लिया और “कमला को न्याय दो” जैसे नारे लगाए।
धरने के दबाव के बाद जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आई और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया।
👮♂️ SIT गठित: गिरफ्तारी की कार्रवाई
एसपी नरेंद्र सिंह मीना के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। इसकी निगरानी एएसपी जसाराम और गुड़ामालानी डिप्टी एसपी सुखराम विश्नोई कर रहे हैं।
SIT ने जांच के दौरान कमला के पति मुकनाराम और उसकी प्रेमिका शांति बाई को डिटेन कर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे हुए, जिसके आधार पर दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
🧾 आगे की जांच और अन्य आरोपितों की तलाश
पुलिस द्वारा अब अन्य नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है। मृतका के भाई द्वारा दर्ज कराए गए बयान और प्रस्तुत किए गए वीडियो साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। SIT यह भी जांच रही है कि इस आत्महत्या के लिए कौन-कौन लोग मानसिक रूप से जिम्मेदार थे और किस हद तक प्रताड़ना दी गई।
📌 प्रथम दृष्टया आरोप
मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना
वैवाहिक विश्वासघात (अवैध संबंध)
आत्महत्या के लिए उकसाना
महिलाओं पर अमानवीय अत्याचार
💬 सामाजिक दृष्टिकोण: सवालों के घेरे में रिश्ते और कानून
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को अक्सर ‘घरेलू मामला’ कहकर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जब तक कोई जीवन ही समाप्त न कर ले।
कमला की मौत महज एक आत्महत्या नहीं, बल्कि उस दर्दनाक चुप्पी की कहानी है जिसे उसने रोज सहा, लेकिन शायद समाज को बता नहीं पाई।
📣 मांग उठ रही है कि…
दोषियों को कड़ी सजा मिले
वीडियो साक्ष्य को अदालत में प्रमाण माना जाए
महिला उत्पीड़न मामलों की फास्ट ट्रैक सुनवाई हो
🔚 निष्कर्ष: न्याय की ओर पहला कदम
कमला को इंसाफ दिलाने की दिशा में पहला कदम SIT जांच और गिरफ्तारी के साथ उठाया गया है, लेकिन यह तब तक अधूरा है जब तक सभी दोषियों को कानून के कठघरे में लाकर सख्त सजा नहीं दी जाती।