कोरबा -: जनपद पंचायत करतला के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पचपेड़ी में आज आयोजित ग्राम सभा के दौरान ग्रामीणों का आक्रोश खुलकर सामने आया। बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, और आवास मित्र सहित संबंधित अधिकारियों के खिलाफ पंचायत कार्यों में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता पर सवाल
ग्रामीणों ने रोजगार सहायक पर पंचायत कार्यों में भारी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि:
जॉब कार्ड सही तरीके से नहीं भरे जाते।
मास्टर रोल तैयार नहीं किया जाता।
इंजीनियर कार्य स्थल पर अनुपस्थित रहते हैं।
गोदी भरने के बाद भी साइन नहीं होता, जिससे मनरेगा कार्यों की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना में ‘फर्जीवाड़ा’
आवास मित्र भी ग्रामीणों के निशाने पर रहे। उन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बड़े फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है:
कई प्रधानमंत्री आवासों की पूरी राशि निकल चुकी है, लेकिन निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हुआ है।
कई आवासों का फर्जी जियो-टैग किया गया है।
ग्रामीणों का आक्रोश इस बात पर भी है कि गरीब और वास्तविक हितग्राही आवास से वंचित रह जाते हैं, जबकि अपात्र लोगों को लाभ मिल रहा है। एक आक्रोशित ग्रामीण ने आरोप लगाया, “जिस गरीब असहाय को आवास मिलना चाहिए, उसे आज तक आवास नहीं मिला। वहीं जिनके पास सब कुछ है, उनके नाम पर कई-कई आवास निकल चुके हैं। कुछ घरों में तो पति और पत्नी दोनों के नाम पर आवास स्वीकृत हैं।
सचिव की अनियमित उपस्थिति से कार्य प्रभावित
ग्रामीणों ने पंचायत के सचिव की कार्यशैली पर भी नाराजगी जताई है। ग्रामीणों के अनुसार, सचिव की उपस्थिति बेहद कम रहती है और वे “जब मन करता है” तभी कार्यालय आते हैं। इससे ग्रामीणों के कई जरूरी कार्य समय पर पूरे नहीं हो पाते हैं।
ग्राम सभा में उपस्थित लोगों ने मीडिया से बात करते हुए साफ कहा कि यदि पंचायत क्षेत्र में निष्पक्ष जांच कराई जाए, तो धांधलियों और भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो जाएगा। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस पूरे मामले की तत्काल जांच कर दोषी जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की पुरजोर मांग की है, ताकि ग्राम पंचायत में पारदर्शी और जवाबदेह शासन व्यवस्था कायम हो सके।
लोगों को मिलकर आगे आना होगा 🙌