
कसडोल (बलौदाबाजार-भाटापारा)।
छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ ब्लॉक इकाई कसडोल ने 22 अगस्त 2025 को कलम बंद-काम बंद हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। इस हड़ताल में ब्लॉक के सभी कर्मचारी शामिल होंगे। इसकी आधिकारिक सूचना ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कसडोल को लिखित रूप में सौंप दी गई है।
11 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन
शिक्षक संघ ने स्पष्ट किया है कि हड़ताल का उद्देश्य सरकार को उनकी 11 सूत्रीय मांगों की ओर ध्यान आकर्षित कराना है। इन प्रमुख मांगों में –
केंद्र सरकार के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता (DA) लागू करना,
जुलाई 2019 से लंबित डीए एरियर्स को जीपीएफ में समायोजित करना,
वेतन विसंगतियों को दूर करना,
प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना के आधार पर समस्त सेवाकालीन लाभ प्रदान करना,
जैसी मांगें शामिल हैं।
“मोदी की गारंटी” का हवाला
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई गारंटी के तहत छत्तीसगढ़ के शासकीय सेवकों को केंद्र के कर्मचारियों के समान लाभ मिलना चाहिए। लेकिन लंबे समय से इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं होने से कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा है।
शिक्षा व्यवस्था पर असर की आशंका
संयुक्त शिक्षक संघ की इस हड़ताल से कसडोल ब्लॉक सहित पूरे जिले में शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है। हड़ताल में शामिल होने वाले शिक्षकों ने कहा कि वे सरकार को बार-बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन मांगों पर सकारात्मक पहल न होने से उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
पदाधिकारीगण भी शामिल
इस हड़ताल में संगठन के जिला अध्यक्ष नंदलाल देवांगन, उपाध्यक्ष राजेन्द्र पटेल, अध्यक्ष ईश्वरी चौहान, सचिव , महिला प्रकोष्ठ प्रभारी रामेश्वरी साहू सहित अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे।