Air India के विमान में एक बार फिर तकनीकी खराबी की खबर सामने आई है। यह घटना रविवार देर रात हुई जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI 504 कोचीन (केरल) से दिल्ली रवाना होने वाली थी। उड़ान भरने से ठीक पहले पायलट ने विमान में गड़बड़ी महसूस की। उन्होंने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क किया और सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत विमान को रोक दिया। विमान को तुरंत वापस बे पर लाया गया और टेकऑफ को रद्द कर दिया गया। एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि उड़ान के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी तरह का जोखिम उठाना नियमों के खिलाफ है। इसी वजह से पायलट ने स्थिति को देखते हुए टेकऑफ न करने का निर्णय लिया।
Air India का आधिकारिक बयान
Air India ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि AI 504 उड़ान के टेकऑफ के दौरान तकनीकी खराबी का पता चला। इसके बाद कॉकपिट क्रू ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विमान को बे पर लौटा दिया और तकनीकी जांच की प्रक्रिया शुरू की गई। एयरलाइन ने यात्रियों की परेशानी को देखते हुए तुरंत एक वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था भी की। साथ ही कोचीन एयरपोर्ट प्रशासन को भी इस स्थिति की जानकारी दी गई। एयर इंडिया ने आश्वासन दिया कि तकनीकी समस्या को जल्द से जल्द ठीक किया जाएगा और यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
Something unusual with this flight ✈️ AI 504, it just felt like the flight skid on the runway and hasn't taken off yet. Air India cancelled AI 504 and announced a new flight at 1 am which hasn't still started boarding, today is the third flight which has been AOG
— Hibi Eden (@HibiEden) August 17, 2025
सांसदों ने बताई स्थिति, “ऐसा लगा जैसे विमान फिसल गया हो”
इस विमान में कई आम यात्रियों के साथ-साथ कांग्रेस सांसद भी सफर कर रहे थे। एर्नाकुलम से कांग्रेस के लोकसभा सांसद हिबी ईडन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे विमान रनवे पर फिसल गया हो। उनका कहना था कि यह अनुभव असामान्य था और यात्रियों में घबराहट फैल गई। हालांकि, बाद में एयर इंडिया ने यात्रियों को दूसरी उड़ान से दिल्ली रवाना किया, जो रात 2:30 बजे कोचीन से उड़ी।
इसी विमान में राज्यसभा सांसद जेबी माथेर भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि टेकऑफ से पहले ही पायलट ने घोषणा कर दी थी कि विमान यात्रा के लिए सुरक्षित नहीं है और इसका उपयोग नहीं किया जा सकता। इसलिए सभी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट में स्थानांतरित किया जाएगा। सांसदों की इन बातों ने यह साफ कर दिया कि खराबी काफी गंभीर थी और समय रहते सही निर्णय लेने से संभावित खतरे से बचाव हो गया।
लगातार तकनीकी खामियों से एयर इंडिया पर उठे सवाल
गौरतलब है कि यह घटना तब सामने आई जब सिर्फ एक दिन पहले एयर इंडिया की मिलान-दिल्ली उड़ान भी तकनीकी खराबी के चलते रद्द कर दी गई थी। उस फ्लाइट में पुशबैक के दौरान तकनीकी दिक्कत आई थी। बाद में जब समस्या का समाधान नहीं हो सका और क्रू मेंबर्स का ड्यूटी टाइम भी पूरा हो गया, तो उड़ान को कैंसिल करना पड़ा। एयर इंडिया ने यात्रियों से असुविधा के लिए माफी भी मांगी।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने यात्रियों की सुरक्षा और एयर इंडिया के रखरखाव प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों का कहना है कि बार-बार तकनीकी गड़बड़ी होना चिंता की बात है और एयरलाइन को अपने बेड़े के रखरखाव पर विशेष ध्यान देना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में पायलट और क्रू की सतर्कता यात्रियों की जान बचाने में सबसे अहम भूमिका निभाती है। एयर इंडिया के सामने अब यह चुनौती है कि वह यात्रियों का भरोसा दोबारा कैसे जीत पाए।