ठेकेदार को जान से मारने की धमकी, रॉयल्टी फाड़ने तक की हरकत – ग्रामीणों में आक्रोश।
बिलासपुर कोटा-: गरीबों को छत दिलाने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का काम बिलासपुर जिले में दबंगई की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है। कोटा विधानसभा अंतर्गत ग्राम नागोई, तहसील बेलगहना में चल रहे मकान निर्माण कार्य में स्थानीय दबंग सचिन साहू एवं उनके साथियों ने न केवल अवरोध उत्पन्न किया है, बल्कि कार्य कर रहे ठेकेदार को खुलेआम जान से मारने की धमकी दी है।
ठेकेदार ने लगाई गुहार



शिकायतकर्ता संजय कुमार यादव (45 वर्ष) ने जिलाधिकारी को दिए लिखित आवेदन में कहा है कि उन्हें शासन से वैध अनुमति दी गई थी और ₹3,09,200 की राशि जमा कर अनुज्ञप्ति भी प्रदान की गई। इसके बाद भी जब वे रेत का परिवहन कर निर्माण कार्य आगे बढ़ा रहे थे, तब सचिन साहू और उनके सहयोगियों ने बलपूर्वक रोक-टोक कर दी। संजय यादव ने कहा –
“यह योजना गरीबों की छत का सपना पूरा करने के लिए है, लेकिन दबंगई और अवैध वर्चस्व के कारण कार्य अधर में अटका है। यदि स्थिति यही रही तो न केवल मेरा जीवन संकट में होगा बल्कि गरीब हितग्राहियों का सपना भी टूट जाएगा।”
अधिकारियों के सामने भी दबंगई
आवेदन के अनुसार, विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मौजूदगी में भी आरोपियों ने न सिर्फ काम रुकवाया बल्कि अभद्र व्यवहार किया। इतना ही नहीं, माइनिंग विभाग द्वारा जारी वैध रॉयल्टी पर्ची को फाड़ देना जैसे कृत्य भी किए गए, जो डंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।
पद का दुरुपयोग का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि सचिन साहू की पत्नी जनपद सदस्य हैं और इसी पद का धौंस दिखाकर साहू दबंगई करता है। कई बार रेत से भरी ट्रैक्टर गाड़ियों को रोककर ₹20,000 की मांग की गई। जब पैसा नहीं दिया गया तो ट्रैक्टर को थाने ले जाया गया। इस प्रकार की घटनाएँ क्षेत्र में भय का वातावरण पैदा कर रही हैं।
पहले भी रहे विवादों में
ग्रामीणों ने बताया कि सचिन साहू का विवादों से पुराना नाता है। कुछ समय पहले उन्होंने तत्कालीन तहसीलदार अभिषेक राठौर पर रिश्वतखोरी का झूठा आरोप लगाया था। यही नहीं, उनके दबाव और गुंडागर्दी के कारण केकरा खोली और झेझरी पारा जैसे गाँवों में प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान निर्माण कार्य भी अधर में लटके हुए हैं।
प्रशासन की सख्त हिदायतों की उड़ रही धज्जियाँ
कलेक्टर संजय अग्रवाल ने हाल ही में साफ निर्देश दिए थे कि प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों में किसी भी तरह की लापरवाही या बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बावजूद इसके, बेलगहना क्षेत्र में आरोपियों द्वारा खुलेआम कानून की धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। गरीबों का सपना पूरा करने वाली योजना का काम ठप पड़ना प्रशासन के लिए भी चुनौती बन गया है।
ग्रामीणों का रोष और चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि यदि शासन-प्रशासन ने इस मुद्दे पर ठोस कार्रवाई नहीं की तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उनका कहना है –
“जब कलेक्टर के आदेश का ही पालन नहीं हो रहा है तो आम गरीब कैसे न्याय पाएगा? दबंगई करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, तभी गरीबों का सपना पूरा हो पाएगा।”
Yah bahut galat baat hai ki dusre ko per atyachar nahin karna chahie Sarkar Ne sabko Adhikar Diya Hai sabko awaaz banane ka ke liye kaha hai to usko pura hona chahie koi bhi istemal mein aana nahin Dal sakte