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PM Modi ने की अंतरिक्ष यात्री Shubhanshu Shukla से मुलाकात, पीएम मोदी ने शुभांशु शुक्ला से पूछा – मेरा “होमवर्क” किया ?

PM Modi से सोमवार शाम भारत लौटे अंतरिक्ष यात्री Shubhanshu Shukla ने मुलाक़ात की। शुक्ला हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लौटे हैं, जहाँ वह एक्सियम-4 मिशन का हिस्सा बने थे। इस मुलाक़ात के दौरान पीएम मोदी ने उनसे कई दिलचस्प सवाल किए। इनमें से एक सवाल उनके ‘होमवर्क’ से जुड़ा था, जो पीएम ने उन्हें अंतरिक्ष मिशन पर जाने से पहले दिया था। इस पूरे संवाद का वीडियो प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (ट्विटर) पर भी साझा किया, जिसने लोगों की उत्सुकता और बढ़ा दी है।

गगनयान को लेकर दुनिया भर में उत्साह

बातचीत में शुभांशु शुक्ला ने पीएम मोदी को बताया कि पूरी दुनिया भारत के गगनयान मिशन को लेकर बेहद उत्साहित है। उन्होंने कहा कि कई देशों के टॉप वैज्ञानिक इसमें शामिल होना चाहते हैं। शुक्ला ने अपने स्पेस सफर के अनुभव भी साझा किए—कैसे उन्होंने माइक्रोग्रैविटी की स्थिति में खुद को ढाला, और ऑर्बिटल लैब में कई अहम प्रयोग किए। यह अनुभव न केवल उनके लिए, बल्कि भारत के आगामी अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी काफ़ी मूल्यवान साबित होगा।

पीएम मोदी का होमवर्क सवाल

मुलाक़ात के दौरान पीएम मोदी ने मज़ाकिया अंदाज़ में शुक्ला से उनके ‘होमवर्क’ के बारे में पूछा। दरअसल, मोदी जी ने उन्हें तीन बड़े काम सौंपे थे—गगनयान मिशन को आगे बढ़ाना, भारत के चाँद पर इंसान को उतारने की तैयारी करना और अपने अनुभव से भारत का खुद का स्पेस स्टेशन बनाना। पीएम ने कहा कि शुक्ला का एक्सियम-4 मिशन का अनुभव इन तीनों लक्ष्यों के लिए बेहद मददगार साबित होगा।

भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाएँ

पीएम मोदी ने बातचीत में साफ़ कहा—“आपका मिशन भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं की पहली सीढ़ी है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत को आने वाले समय में 40-50 अंतरिक्ष यात्रियों की टीम की ज़रूरत होगी। गौरतलब है कि भारत ने अगले वर्षों के लिए बड़े लक्ष्य तय किए हैं। देश 2027 तक अपना पहला मानवयुक्त यान अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद 2035 तक भारत का अपना स्पेस स्टेशन बनाने और 2040 तक चाँद पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री उतारने का लक्ष्य रखा गया है।

लोगों की दिलचस्पी और उम्मीदें

जैसे ही यह वीडियो सामने आया, सोशल मीडिया पर लोगों की उत्सुकता बढ़ गई। लोग न केवल शुक्ला की उपलब्धियों पर गर्व कर रहे हैं, बल्कि यह जानकर और भी उत्साहित हैं कि भारत इतनी बड़ी योजनाओं की ओर बढ़ रहा है। शुक्ला ने कहा कि उनके क्रू मेंबर्स भी भारत के मिशनों को लेकर लगातार सवाल पूछते हैं। यह बात साफ़ है कि अब भारत केवल भागीदार नहीं, बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी ताकत के रूप में देखा जा रहा है।

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