रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
बलौदाबाजार, 24 मई 2025/ मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा गर्भवती महिलाओं को समुचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बलौदाबाजार जिले में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय विशेष जांच शिविरों का आयोजन किया गया। यह शिविर जिला चिकित्सालय सहित समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक साथ आयोजित किए गए। इस दौरान कुल 2177 गर्भवती महिलाओं ने शिविरों में पंजीयन कर विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार अवस्थी ने बताया कि अभियान का प्रमुख उद्देश्य उच्च जोखिम गर्भावस्था (High Risk Pregnancy) की समय पर पहचान करना तथा संबंधित महिलाओं को आवश्यक उपचार और परामर्श प्रदान करना है ताकि सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया जा सके और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।
शिविर के दौरान महिलाओं की रक्तचाप, शुगर, एचआईवी, हीमोग्लोबिन, ब्लड ग्रुप, सीबीसी, सिफलिस, यूरिन एवं मलेरिया की जांचें की गईं। इसके अतिरिक्त महिलाओं की डॉप्लर जांच भी की गई, जिससे भ्रूण की स्थिति और स्वास्थ्य का आकलन किया गया। लगभग 90 महिलाओं की ऑन-स्पॉट सोनोग्राफी भी की गई, जिससे उनकी गर्भावस्था से संबंधित जटिलताओं की पहचान की जा सकी।
विशेष रूप से, 164 महिलाएं ऐसी पाई गईं जिनकी पूर्व में सिजेरियन डिलीवरी हो चुकी थी। इन्हें प्राथमिकता के आधार पर निगरानी में रखा गया और उनकी विशेष काउंसलिंग की गई।
हितग्राहियों को मिला समग्र परामर्श एवं पोषण संबंधी जानकारी
शिविर में भाग लेने वाली सभी महिलाओं को आवश्यक दवाइयां, पोषण आहार संबंधी जानकारी, परिवार नियोजन के विकल्पों की जानकारी तथा प्रसव की पूर्व तैयारी के संबंध में परामर्श दिया गया। इससे उन्हें संपूर्ण मातृत्व देखभाल की दिशा में सहायता प्राप्त हुई।
सुनियोजित प्रबंधन और स्टाफ की सक्रिय भागीदारी से सफल हुआ शिविर
डॉ. अवस्थी ने बताया कि शिविर के सफल संचालन हेतु पहले से ही तैयारियाँ शुरू कर दी गई थीं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक (DPM) सृष्टि मिश्रा के निर्देशन में प्रत्येक केंद्र पर अलग-अलग कार्यों के लिए स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी। पंजीयन, लैब जांच, ओपीडी, दवाइयों का वितरण, काउंसलिंग आदि के लिए जिम्मेदारियां निर्धारित कर कार्यों को चरणबद्ध रूप से संपन्न कराया गया।
शिविर में आगंतुक हितग्राहियों के लिए जलपान की व्यवस्था भी की गई थी, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
राज्य कार्यालय के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
कार्यक्रम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु राज्य स्तर से आए अधिकारियों डॉ. आनंद वर्मा एवं डॉ. अक्षय शक्ति तिवारी ने भी विभिन्न केंद्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने शिविर की व्यवस्था और जिला टीम की कार्यप्रणाली की सराहना की तथा इसे अन्य जिलों के लिए उदाहरण योग्य बताया।