
रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
अकलतरा (जांजगीर-चांपा):
नगर पालिका अकलतरा क्षेत्र में लंबे समय से वेतन न मिलने से परेशान 100 से अधिक प्लेसमेंट कर्मचारियों के चेहरों पर अब खुशियां लौट आई हैं। नगर पालिका अध्यक्ष दीप्ति रोहित सारथी की पहल और प्रशासन को दी गई अनशन की चेतावनी के बाद आखिरकार कर्मचारियों का लंबित वेतन जारी कर दिया गया है।
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🔹 अध्यक्ष दीप्ति रोहित सारथी ने दी थी अनशन की चेतावनी
प्लेसमेंट कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिल पा रहा था, जिसके चलते उनके परिवार आर्थिक संकट में थे। कर्मचारियों की इस परेशानी को देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष दीप्ति रोहित सारथी ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि शीघ्र वेतन जारी नहीं किया गया तो वे स्वयं अनशन पर बैठेंगी।
अध्यक्ष की इस सख्त चेतावनी के बाद प्रशासन हरकत में आया और जल्द ही कर्मचारियों का वेतन जारी कर दिया गया।
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🔹 प्रशासन हुआ सक्रिय, कर्मचारियों को मिली राहत
चेतावनी के कुछ ही घंटों के भीतर संबंधित विभागों ने वेतन भुगतान की प्रक्रिया शुरू की। प्रशासनिक सक्रियता के चलते अब सभी प्लेसमेंट कर्मचारियों को उनका बकाया वेतन प्राप्त हो चुका है।
कर्मचारियों ने अध्यक्ष दीप्ति रोहित सारथी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, “दीप्ति मैडम ने हमारी आवाज़ को प्रशासन तक पहुंचाया, उनके प्रयास से अब हमारी दिवाली खुशियों से भरी होगी।”
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🔹 अध्यक्ष की पहल से लौट आई खुशियां
अकलतरा नगर पालिका में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों ने कई बार वेतन के लिए गुहार लगाई थी, लेकिन समाधान नहीं हुआ। अध्यक्ष की पहल और उनके दृढ़ संकल्प से अब सभी कर्मचारियों को आर्थिक राहत मिली है।
अध्यक्ष दीप्ति रोहित सारथी ने कहा,
> “नगर पालिका के हर कर्मचारी का सम्मान और अधिकार सुरक्षित रहना चाहिए। ये कर्मचारी शहर की सेवा में दिन-रात जुटे रहते हैं, इसलिए उनका वेतन समय पर मिलना जरूरी है। प्रशासन से आगे भी यही अपेक्षा है कि कर्मचारियों के हित में शीघ्र कार्रवाई की जाए।”
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🔹 कर्मचारियों के परिवारों में खुशी का माहौल
वेतन जारी होने से कर्मचारियों के परिवारों में उत्साह का माहौल है। लंबे समय से रुका वेतन मिलने से अब वे अपने बच्चों और परिवार के साथ दिवाली पर्व धूमधाम से मना सकेंगे।
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🔹 निष्कर्ष:
अकलतरा नगर पालिका में अध्यक्ष दीप्ति रोहित सारथी की तत्परता और दृढ़ नेतृत्व ने न केवल कर्मचारियों की समस्या सुलझाई, बल्कि यह भी साबित किया कि संवेदनशील नेतृत्व ही जनसेवा की असली पहचान है। अब प्लेसमेंट कर्मचारियों की दिवाली रोशनी और खुशियों से भरपूर होगी।