बलौदाबाजार -: 5 अक्टूबर 2025 भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय ने देश की विलुप्त होती जनजातीय बोलियों के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से एआई (Artificial Intelligence) आधारित ‘आदिवाणी’ ऐप विकसित किया है।
एप्प का मुख्य उद्देश्य जनजातीय भाषाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ते हुए उन्हें नई पीढ़ी तक जीवित रखना है। प्रथम चरण में गोंडी, भीली, मुण्डारी और संथाली बोलियों को शामिल किया गया है।
यह भारत का पहला एआई आधारित अनुवाद ऐप है, जिसके माध्यम से हिंदी, अंग्रेजी और संबंधित जनजातीय बोलियों में रीयल टाइम वाक्य से वाक्य और स्पीच टू स्पीच अनुवाद किया जा सकेगा। इससे न केवल संवाद आसान होगा बल्कि लुप्तप्राय जनजातीय भाषाओं का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।
आदिवाणी ऐप उपयोगकर्ताओं को अपनी प्रतिक्रिया देने की सुविधा भी प्रदान करता है, जिससे इसका डेटासेट लगातार विस्तृत और सटीक बनता जाएगा। यह ऐप एंड्रॉयड मोबाइल के प्ले स्टोर से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल जनजातीय संस्कृति और भाषाई विविधता के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
Bahut hi Sundar
बहुत अच्छा प्रयास