साहेबगंज –: उपायुक्त हेमंत सती की अध्यक्षता में जिला बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की एक अहम बैठक जिला समाहरणालय के प्रकोष्ठ में आयोजित की गई। बैठक में मिशन वात्सल्य योजना समेत बाल संरक्षण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।बैठक में जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 170 बच्चों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें स्पॉन्सरशिप योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी चिन्हित बच्चों को शीघ्र ही कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने और उनके समुचित संरक्षण को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक में पंचायती राज विभाग द्वारा गठित महिला, शिशु एवं सामाजिक कल्याण समिति, प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय समितियों के कार्यों की समीक्षा भी की गई। महिला एवं बच्चों से जुड़े मुद्दों पर प्रभावी कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।विशेष किशोर पुलिस इकाई (SJPU) द्वारा बाल मित्र थाना एवं जिला बाल संरक्षण इकाई (DCPU) के साथ की जा रही मासिक बैठक, तथा श्रम विभाग के अंतर्गत चलाए जा रहे अभियान जैसे बाल विवाह, बाल श्रम, बाल व्यापार एवं पोक्सो एक्ट से जुड़े मामलों की प्रगति की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने इन मामलों में बच्चों के पुनर्वास, विद्यालय में नामांकन, कौशल प्रशिक्षण एवं परिवार को सरकारी योजनाओं से जोड़ने की दिशा में तेजी लाने पर बल दिया।इसके अलावा, CCI (चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन) और SAA (विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी) के लिए स्थायी भवन की व्यवस्था, बालगृह में रह रहे बच्चों की मासिक स्वास्थ्य जांच, एवं दत्तक ग्रहण हेतु बच्चों के लिए चिकित्सकीय रिपोर्ट तैयार करने हेतु विशेषज्ञ डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति पर भी चर्चा हुई।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. प्रवीण कुमार संथालिया, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अनिल कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी पंकज झा, श्रम अधीक्षक वीरेन्द्र नाथ महतो, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी, नगर प्रशासक एवं चाइल्डलाइन से जुड़े कर्मी सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी संबंधित विभागों के बीच समन्वय की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी बच्चा सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।