ग्राम पंचायत पिसीद में इन दिनों भक्ति और श्रद्धा का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है। यहाँ महिला स्व-सहायता समूहों की संयुक्त पहल पर आयोजित नवदिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन पूरे क्षेत्र में धार्मिक वातावरण का केंद्र बना हुआ है।
यह आयोजन खुशी महिला समूह (केसलिहा पारा) की अगुवाई में किया जा रहा है, जिसमें ग्राम की समस्त महिला समूहों ने बढ़-चढ़कर सहयोग प्रदान किया है। उल्लेखनीय है कि यह इस क्षेत्र की पहली नवदिवसीय श्रीराम कथा है, जो 5 नवंबर से प्रारंभ होकर 15 नवंबर 2025 तक आयोजित की जा रही है।
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🔸 कथा का छठवां दिवस – श्रीराम वनवास और सीता हरण प्रसंग
आज कथा के छठवें दिन में श्रीराम के वनवास, खर-दूषण वध और माता सीता हरण जैसे पवित्र प्रसंगों का मनोहर वर्णन किया गया।
कथावाचक आचार्य श्री हेतराम तिवारी जी ने भक्तों को श्रीरामचरितमानस के वनवास खंड के माध्यम से भक्ति, मर्यादा और त्याग के गूढ़ संदेश से अवगत कराया।
प्रमुख प्रवचनकर्ता के रूप में श्री अंतराम (पलारी), श्री निर्मलकर (अमेरा), श्री गंगाराम (धमलपुर), श्री मन्नु (कसडोल), श्री गंगाराम पटेल (कौवाताल), श्री अस्थिरदास महाराज, श्री विश्वनाथ निर्मलकर तथा श्री बद्री प्रसाद पटेल (पिसीद) ने कथा में अपने प्रवचनों से श्रद्धालुओं को भावविभोर किया।
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🔸 भव्य कथा एवं भंडारे का आयोजन
कथा प्रतिदिन सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित की जा रही है। प्रत्येक दिन कथा समापन के पश्चात् विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं।
कथा का मुख्य सलाहकार श्री फिरत राम पटेल जी हैं, जो आयोजन के प्रबंधन में विशेष भूमिका निभा रहे हैं।
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🔸 महिला शक्ति की मिसाल
खुशी महिला समूह और अन्य महिला समितियों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता और महिला सशक्तिकरण का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। ग्रामीण महिलाओं ने न केवल आयोजन की रूपरेखा तैयार की, बल्कि व्यवस्थाओं से लेकर स्वागत सत्कार तक की पूरी जिम्मेदारी स्वयं निभाई है।
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🔸 भक्तिभाव से ओतप्रोत वातावरण
प्रतिदिन कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। पूरे पिसीद ग्राम में भजन, कीर्तन और राम नाम के जयघोष से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। स्थानीय ग्रामीणों सहित आसपास के गांवों के श्रद्धालु भी कथा में शामिल होकर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।