रायपुर -: 12 अक्टूबर 2025 , masbnews छत्तीसगढ़ की महिलाओं को दिवाली से पहले एक बड़ा झटका लगा है। राज्य की महत्वाकांक्षी “महतारी वंदन योजना” से करीब 5 लाख महिलाओं के नाम हटा दिए गए हैं। इस बार योजना की 20वीं किस्त के तहत 65 लाख महिलाओं के खाते में राशि ट्रांसफर की गई है, जबकि शुरुआती किस्त में 70 लाख से अधिक हितग्राहियों को लाभ मिला था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बस्तर दौरे के दौरान महतारी वंदन योजना की 20वीं किस्त जारी की। इस अवसर पर जगदलपुर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 64 लाख 94 हजार 768 महिलाओं को 606 करोड़ 94 लाख रुपये की राशि अंतरित की।
पहली किस्त पीएम मोदी ने की थी जारी
मार्च 2024 में शुरू हुई महतारी वंदन योजना की पहली किस्त 10 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जारी की थी। उस समय 70 लाख से अधिक महिलाओं को 655.57 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की गई थी। यह योजना बीजेपी सरकार की “मोदी की गारंटी” के अंतर्गत शुरू की गई थी, जिसके तहत हर पात्र महिला को प्रति माह 1000 रुपये की सहायता दी जाती है।
5 लाख महिलाओं के नाम क्यों कटे?
इस बार लाभार्थियों की संख्या 5 लाख कम होने पर सवाल उठने लगे हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े बताएं कि आखिर 5 लाख महिलाओं के नाम योजना से कैसे हटा दिए गए? क्या यह महिलाओं के साथ धोखा नहीं है? बीजेपी ने ‘मोदी की गारंटी’ के नाम पर बड़े वादे किए थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन वादों से मुकर रही है।
योजना के उद्देश्य पर सरकार का दावा
अधिकारी बताते हैं कि महतारी वंदन योजना ने राज्य की बहनों के जीवन में नई रोशनी लाई है। यह केवल आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला कदम है।
अमित शाह ने कहा यह योजना ‘माई दंतेश्वरी’ की धरती से शुरू हुई एक सामाजिक क्रांति है, जो हर बहन के जीवन में बदलाव ला रही है।
सवाल बरकरार
हालांकि, विपक्ष का कहना है कि योजना से 5 लाख महिलाओं को बाहर करने का कारण सरकार स्पष्ट नहीं कर पा रही है। दिवाली से पहले यह खबर उन परिवारों के लिए निराशा भरी साबित हो रही है, जो हर महीने मिलने वाली इस आर्थिक मदद पर निर्भर हैं।
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