छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के पूर्व महासचिव तरुण खटकर ने प्रदेश कांग्रेस की नई टीम के गठन को लेकर एक महत्वपूर्ण मांग उठाई है। उन्होंने युवा, अनुभवी और मजबूत सामाजिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं को अवसर देने पर जोर दिया है, ताकि पार्टी वर्तमान सत्ताधारी भाजपा सरकार के अन्यायपूर्ण शासन का निर्भीक होकर मुकाबला कर सके और वंचितों व गरीबों के हक की लड़ाई लड़ सके।
मांग का उद्देश्य ऐसे अनुभवी जमीनी कार्यकर्ताओं को सामने लाना है जो न केवल युवा हों, बल्कि सामाजिक आधार पर मजबूत हों, संगठन में वर्षों का अनुभव रखते हों, पार्टी के विचार का समर्थक और जनसमर्थन लेंस हो
पूर्व युकां महासचिव तरुण खटकर राहुल गांधी के ड्रीम प्रोजेक्ट संगठन सृजन अभियान को एक सकारात्मक और दूरगामी कदम मानते हैं, उनका कहना है संगठन सृजन के माध्यम से ऐसा नेतृत्व चुनकर आए जो बुथ , मंडल, ब्लाक, जिला और छत्तीसगढ़ की राजनीति को एक नई दिशा देने की क्षमता रखता हो।
एक ऐसा दमदार युवा नेतृत्व सामने आए जिनमें अनुभव, समझदारी और साहस का समन्वय हो, और वो वर्तमान सत्ताधारी भाजपा सरकार द्वारा चलाए जा रहे अन्यायपूर्ण शासन को निर्भीक होकर जवाब देने की क्षमता रखता हो, और साथ ही, युवाओं के अधिकार – रोजगार, शिक्षा, सुरक्षा, नक्सल,और किसानों की समस्या जैसे मुद्दों के साथ साथ वंचितों और गरीबों की हक की आवाज उठाकर न्याय की लड़ाई लड़ सकें।
तरुण खटकर के अनुसार, “यह सिर्फ उम्र की बात नहीं है, बल्कि युवा ऊर्जा को सही दिशा देने की बात है। वर्तमान में पार्टी को ऐसे युवा नेताओं की जरूरत है जो जमीन से जुड़े हों, जिन्होंने संगठन के लिए पसीना बहाया हो और जिन्हें जनता का वास्तविक समर्थन प्राप्त हो।”
तरुण खटकर चाहते है कि पार्टी को संगठन सृजन अभियान में ऐसे युवाओं को आगे लाना चाहिए जो सिर्फ राजनीतिक पृष्ठभूमि से न हों, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों और समुदायों का भी प्रतिनिधित्व करते हों, और साथ ही, वर्तमान भाजपा सरकार की गलत नीतियों और अन्यायपूर्ण फैसलों पर बिना किसी डर के सवाल उठा सकें और वंचितों व गरीबों के हक के लिए संघर्ष कर सकें।
क्यों है यह संगठन सृजन महत्वपूर्ण ?
युवा नेतृत्व को बढ़ावा और अनुभव का संगम:
तरुण खटकर जोर देते हैं कि युवा नेताओं को मौका देना ज़रूरी है, लेकिन सिर्फ इसलिए नहीं कि वे युवा हैं। वे कहते हैं, ” ऐसे युवाओं को कमान मिले जिनके पास संगठन में काम करने का अनुभव हो।
सिर्फ चेहरों से काम नहीं चलेगा, पार्टी को ऐसे चेहरे भी चाहिए जो अनुभवी हों और चुनौतियों को समझें। जो” यह सुनिश्चित करेगा कि पार्टी में नई ऊर्जा के साथ-साथ स्थिरता और समझदारी भी बनी रहे, जो वर्तमान भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों पर प्रभावी ढंग से सवाल उठाने और युवाओं के रोजगार, शिक्षा और राज्य के हर नागरिको की सुरक्षा जैसे मूलभूत अधिकारों के लिए लड़ने के लिए आवश्यक है।
सामाजिक समीकरणों को साधना और अन्याय के खिलाफ आवाज:
खटकर के अनुसार, “छत्तीसगढ़ एक विविध राज्य है। इसलिए ऐसे नेताओं की आवश्यकता है जो विभिन्न समुदायों और सामाजिक पृष्ठभूमि से आते हों। इससे पार्टी की पहुंच बढ़ेगी और सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व मिलेगा।
कुल मिलाकर” ये वे नेता होंगे जो वर्तमान सरकार द्वारा किए जा रहे अन्याय को अपने सामाजिक आधार पर मजबूती से चुनौती दे सकेंगे। वे विभिन्न समुदायों की समस्याओं को समझेंगे और उन्हें आवाज देंगे, जो अक्सर अन्यायपूर्ण नीतियों का शिकार होते हैं। विशेष रूप से, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और विकास से वंचित लोगों की आवाज बनकर ये युवा नेता सामने आ सकेंगे।
संगठनात्मक अनुभव का लाभ और साहसी विरोध:
खटकर इस बात पर विशेष बल देते हैं कि संगठन में वर्षों का अनुभव रखने वाले युवाओं को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। वे कहते हैं, “सिर्फ युवा होना ही काफी नहीं है; उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि संगठन कैसे काम करता है। जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम किया है, वे ही पार्टी को मजबूत कर सकते हैं।”
यह अनुभव उन्हें वर्तमान सरकार के खिलाफ साहसी और संगठित विरोध करने की क्षमता प्रदान करेगा। वे केवल बयानबाजी नहीं करेंगे, बल्कि ठोस तथ्यों और संगठनात्मक शक्ति के साथ जवाब देंगे, और वंचितों, किसानों और मजदूरों के हक की लड़ाई में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
जनसमर्थन और निर्भीक आवाज:
खटकर का विचार है कि “अक्सर हम बड़े नामों पर ध्यान देते हैं, लेकिन अब हमें उन लोगों को भी देखना होगा जिन्हें वास्तव में जनता का प्यार और समर्थन प्राप्त है। ऐसे नेता ही पार्टी को जीत दिला सकते हैं।” संगठन की जिम्मेदारी और जनता का समर्थन पाकर ये युवा नेता वर्तमान सत्ता सरकार के अन्यायपूर्ण शासन को निर्भीक होकर जवाब देने की क्षमता हासिल करेंगे। उन्हें पता होगा कि वे अकेले नहीं हैं, बल्कि जनता उनके साथ खड़ी है, जिससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे न्याय की लड़ाई में कभी पीछे नहीं हटेंगे।
भविष्य की राजनीति का निर्माण और जवाबदेही:
खटकर का मानना है कि यह कदम केवल आगामी चुनावों के लिए ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के दीर्घकालिक भविष्य को आकार देने के लिए भी महत्वपूर्ण है। “यह एक ऐसी पीढ़ी तैयार करेगा जो भविष्य में राज्य की राजनीति का नेतृत्व कर सके और कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ा सके,” वे कहते हैं। यह पीढ़ी न केवल वर्तमान सरकार को जवाबदेह ठहराएगी, बल्कि भविष्य में एक न्यायपूर्ण और पारदर्शी शासन की नींव भी रखेगी, जहाँ रोजगार, शिक्षा , स्वास्थ ,सुरक्षा जैसे मूलभूत अधिकारों की रक्षा हो सकेगी और कोई भी वर्ग विकास से वंचित नहीं रहेगा।
चुनौतियाँ और संभावनाएं
तरुण खटकर संगठन सृजन की चुनौतियों से भी भली-भांति परिचित हैं। वे कहते हैं, कि राज्य के अलग-अलग जिलों में ब्लाकों में ऐसे युवाओं की अच्छी खासी फौज है पर पर्यवेक्षकों के लिए
“सबसे बड़ी चुनौती ऐसे युवाओं की पहचान करना है जो इन सभी मानदंडों पर खरे उतरें और साथ ही, पुराने वरिष्ठ नेताओं को विश्वास में लेना भी एक महत्वपूर्ण कार्य होगा।” हालांकि, उनका मानना है कि यदि कांग्रेस अपने संगठन सृजन में उदयपुर के संकल्पों को सफलतापूर्वक लागू कर पाती है, तो इसके दूरगामी सकारात्मक परिणाम होंगे और
“निश्चित रूप से, पार्टी को अच्छे चेहरे मिलेंगे जो मतदाताओं में उत्साह जगा सकते हैं और उन्हें पार्टी से फिर से जोड़ सकते हैं।”
“युवा और अनुभवी नेताओं का मिश्रण जनता में पार्टी के प्रति विश्वास बहाल कर सकता है,”
खटकर को उम्मीद है कि मजबूत युवा नेतृत्व और संगठनात्मक अनुभव के साथ, कांग्रेस छत्तीसगढ़ में बेहतर चुनावी प्रदर्शन कर पाएगी और अन्यायपूर्ण शासन के खिलाफ एक मजबूत और प्रभावी आवाज बनकर उभरेगी, जो वंचितों और गरीबों के हक की लड़ाई को अंत तक लड़ेगी।
तरुण खटकर के इन विचारों से स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस की नई संगठन सृजन एक महत्वपूर्ण और सोच-समझकर उठाया गया कदम है। यह पार्टी को एक मजबूत और युवा नेतृत्व प्रदान करने की दिशा में अग्रसर है, जो राज्य की राजनीति में नई ऊर्जा का संचार कर सकता है और वर्तमान सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ निर्भीक होकर संघर्ष कर सकता है, साथ ही युवाओं, वंचितों और गरीबों के अधिकारों की वकालत भी कर सकता है।
बहुत अच्छा प्रयास, दिल से सलाम ❤️