कोंडागांव- मर्दापाल तहसील के ग्राम पदनार और मुंगवाल के 50 बच्चों को जिला प्रशासन की पहल पर जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए गए। कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना के निर्देश पर तहसीलदार और जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राथमिक शाला मुंगवाल में प्रमाण पत्र वितरित किए। इस पहल से बच्चों और ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि अब वे शिक्षा, छात्रवृत्ति, आधार और अपार आईडी कार्ड जैसी सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे।
हालाँकि, जिले और प्रदेश के अन्य कई हिस्सों में बच्चों को अभी भी दस्तावेज़ों की त्रुटियों से परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र में दर्ज जन्मतिथि अंकसूची से मेल नहीं खाती, तो कहीं आधार कार्ड में नाम अलग दर्ज है। इस वजह से अपार आईडी कार्ड बनवाने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में दिक्कतें आ रही हैं।
शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जन्म प्रमाण पत्र सबसे महत्वपूर्ण कानूनी दस्तावेज है, लेकिन यदि इसमें दर्ज जानकारी अन्य प्रमाण पत्रों से अलग हो, तो बच्चों का भविष्य प्रभावित होता है। प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे समय रहते सभी दस्तावेजों का मिलान करें और किसी भी त्रुटि के मामले में तुरंत सुधार करवाएं।
ग्रामीणों का मानना है कि कोंडागांव जैसी पहल पूरे प्रदेश में की जानी चाहिए, ताकि बच्चों को उनकी पहचान और अधिकार पूरी तरह से मिल सकें।