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Karyakram ki tasveer
ग्राम पंचायत परसदा में आयुर्वेदिक पशु चिकित्सा पर जागरूकता कार्यक्रम, ग्रामीणों ने लिया संकल्प
ग्राम पंचायत परसदा में सोमवार शाम 4 बजे से 5:30 बजे तक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और महिला सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य पशुपालकों को आयुर्वेद और परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों के महत्व से अवगत कराना था।
कार्यक्रम की शुरुआत पंचायत भवन में हुई। सरपंच श्रीमती सत्यभावना विनोद यादव ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि परंपरागत चिकित्सा पद्धति न केवल किफायती है, बल्कि पशुओं की सेहत सुधारने में भी कारगर साबित होती है।
इसके बाद पंचायत सचिव श्री ईश्वर प्रसाद पैकरा ने ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं और पंचायत की पहल की विस्तृत जानकारी दी। वहीं, वर्चुअल माध्यम से जुड़े विशेषज्ञों ने “पशुपालन क्षेत्र में परंपरागत चिकित्सा पद्धति” विषय पर मार्गदर्शन दिया। इस दौरान पशुपालकों को कई ऐसे घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खे बताए गए, जिन्हें अपनाकर वे कम खर्च में अपने पशुओं की देखभाल कर सकते हैं।
कार्यक्रम में CSC VLE लोकेश कुमार ने भी ग्रामीणों को सीएससी सेवाओं और विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। प्रश्न–उत्तर सत्र के दौरान ग्रामीणों ने सक्रियता से अपनी शंकाएँ रखीं और विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया।
ग्राम पंचायत के पुरुष और महिला सदस्यगण, जिनमें सरस्वती रजक, सोनसिर रजक, जमुना रजक, भारती रजक, श्यामा बाई नेताम सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि पशुपालन में अब आयुर्वेदिक तरीकों को प्राथमिकता देंगे।
ग्राम पंचायत परसदा में आयोजित यह कार्यक्रम ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ। इससे न केवल परंपरागत चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पशुओं की बेहतर देखभाल और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
Bahut hi jabardast chuchi kis samay sudhara aaega dhanyvad
लोगों को मिलकर आगे आना होगा 🙌