रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
बलौदाबाजार, 30 सितम्बर 2025।
जेलों में निरूद्ध बंदियों की आयु का सत्यापन सुनिश्चित करने तथा 18 वर्ष से कम आयु के बालकों की पहचान करने के उद्देश्य से विशेषज्ञ समिति द्वारा उपजेल बलौदाबाजार का निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण वर्ष 2025-26 के द्वितीय त्रैमासिक कार्यक्रम के तहत किया गया।
18 से 21 वर्ष आयुवर्ग बैरक का निरीक्षण
विशेषज्ञ समिति ने उपजेल में उन बैरकों का दौरा किया, जहाँ 18 से 21 वर्ष आयुवर्ग के निरुद्ध बंदी रखे जाते हैं। निरीक्षण के दौरान समिति ने प्रथम दृष्टया 18 वर्ष से कम आयु के प्रतीत हो रहे बालकों से उनकी आयु संबंधी जानकारी ली।
नाबालिग बंदी की पहचान
निरीक्षण के दौरान एक बंदी द्वारा अपनी आयु 18 वर्ष से कम बताई गई। इस पर समिति के सदस्यों ने उसके दस्तावेजों का शीघ्र सत्यापन करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा गया कि यदि दस्तावेजों से उसकी आयु 18 वर्ष से कम प्रमाणित होती है, तो उसका प्रकरण किशोर न्याय बोर्ड (Juvenile Justice Board) को स्थानांतरित किया जाए।
समिति में शामिल अधिकारी व सदस्य
निरीक्षण के समय निम्न अधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे–
प्रवीण अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता, किशोर न्याय बोर्ड बलौदाबाजार
प्रकाश दास, जिला बाल संरक्षण अधिकारी
मेघा शर्मा, विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी
टुकेश्वर जगत, सामाजिक कार्यकर्ता
उद्देश्य और महत्व
इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि किसी भी परिस्थिति में 18 वर्ष से कम आयु के बालक को वयस्क अपराधियों के साथ निरूद्ध न किया जाए। इससे बालकों के अधिकारों की रक्षा होगी और उन्हें उचित न्यायिक प्रक्रिया के तहत किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जा सकेगा।
“बहुत अच्छी जानकारी दी गई है, धन्यवाद 🙏”