मुंगेली। जिले में बुधवार को हुई एक हृदय विदारक घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। पंडरिया रोड स्थित एसएलएस एकेडमिक हायर सेकेंडरी स्कूल की 10वीं कक्षा की छात्रा ने निजी तनाव के चलते स्कूल की दूसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। गनीमत रही कि विद्यालय प्रबंधन और स्टाफ की तत्परता से उसकी जान बचा ली गई।
📌 तत्काल उपचार से मिली राहत
घटना के तुरंत बाद विद्यालय प्राचार्य और स्टाफ ने छात्रा को जिला अस्पताल मुंगेली पहुँचाया। हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए उसे बिलासपुर अपोलो रेफर किया गया। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए छात्रा को रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती कराया और उपचार का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की। फिलहाल छात्रा खतरे से बाहर है।
📌 परिवार का आभार
छात्रा के पिता धर्मेंद्र सिंह ने कहा—
“विद्यालय प्रबंधन ने न सिर्फ समय पर हमारी बेटी को अस्पताल पहुँचाया, बल्कि इलाज के लिए हर संभव सहयोग भी कर रहे हैं। यह हमारे परिवार के लिए बहुत बड़ा सहारा है। हम इसके लिए आभारी हैं।”
📌 जिला प्रशासन की जांच
जिला कलेक्टर कुंदन कुमार ने घटना की जानकारी मिलते ही जांच टीम गठित की। टीम ने रायपुर रामकृष्ण अस्पताल पहुँचकर छात्रा से मुलाकात की। छात्रा ने लिखित बयान में स्पष्ट किया कि उसने यह कदम व्यक्तिगत तनाव के कारण उठाया और इसमें विद्यालय की कोई गलती नहीं है।
📌 स्टाफ की तत्परता
प्रत्यक्षदर्शियों और स्टाफ के अनुसार, त्रैमासिक परीक्षा समाप्त होने के बाद छुट्टी के समय छात्रा अचानक रेलिंग से कूद गई। स्टाफ ने तुरंत दौड़कर उसे संभाला और अस्पताल पहुँचाया।
📌 प्राचार्य का बयान
विद्यालय प्राचार्य दिलीप ताम्रकार ने कहा—
“हमारे लिए हर छात्र परिवार का हिस्सा है। घटना दुर्भाग्यपूर्ण रही, लेकिन प्रबंधन और स्टाफ ने तुरंत कदम उठाया। वर्तमान में छात्रा का संपूर्ण इलाज हमारी देखरेख में जारी है।”
Chhatron ko jyada tanav nahin Lena chahie na tension Lena chahie Swatantra rahana chahie jisse ki koi bhi Chhatra aatmhatya karne ki koshish Na Karen sabko azadi hai satk Rahe surakshit Rahe
विद्यालय प्रबंधन और सभी लोगों की तत्परता से बच्ची की जान बचाने के लिए बहुत- बहुत धन्यवाद🙏छात्राओं से कहना है कि कोई भी समस्या हो अपने पैरेंस से share karen क्योकि ऐसी कोई भी समस्या नहीं जिसका कोई हल ना हो🙏 आत्म हत्त्या करना कोई हल नहीं.क्या माता- पिता इसलिए पढ़ा रहे हैं?