अपनी नैसर्गिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सुंदरता से बलौदाबाज़ार बना फिल्मों की पसंदीदा डेस्टिनेशन – कलेक्टर

बलौदाबाज़ार-भाटापारा, 30 सितम्बर / विश्व पर्यटन दिवस एवं छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर जिले के पर्यटन स्थलों की संभावनाओं और विकास को लेकर महत्वपूर्ण परिचर्चा का आयोजन हुआ।

 

इसमें वरिष्ठ पत्रकारों, विषय विशेषज्ञों और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों ने भाग लिया और जिले को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करने के लिए विचार साझा किए।

 

 

 

🎙 कलेक्टर दीपक सोनी का संबोधन

 

कलेक्टर श्री सोनी ने कहा:

 

> “बलौदाबाज़ार-भाटापारा जिला केवल नैसर्गिक सौंदर्य से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और पुरातात्विक महत्व के कारण पर्यटन की अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र है। यहां फिल्मों की शूटिंग से लेकर इको-टूरिज्म तक की असीम संभावनाएं हैं।”

 

 

 

 

 

🌿 वन मंडलाधिकारी गणवीर धम्मशील

 

उन्होंने कहा—

 

> “इस परिचर्चा का उद्देश्य सबके विचारों को एकत्र कर जिले को बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करना है।”

उन्होंने 2025 की थीम “पर्यटन एवं सतत रूपांतरण” पर विस्तार से चर्चा की।

 

 

 

 

 

✍️ पत्रकारों की राय

 

रामाधार पटेल – पर्यटन को बढ़ावा देने में पत्रकारिता की अहम भूमिका बताई।

 

नीरज वाजपेयी – उपेक्षित स्थलों को समाचारों के माध्यम से पहचान दिलाने की बात रखी।

 

सुनील कुमार साहू – “छत्तीसगढ़ की पहली फ़िल्म ‘कही देबे संदेस’ बलौदाबाज़ार के बालसमुंद में शूट हुई थी। आज यहां 15 से अधिक फिल्में शूट हो चुकी हैं।”

 

राजू वर्मा (वाइल्डलाइफ़ फोटोग्राफर) – “बार-नावापारा अभयारण्य और कृष्ण मृग जैसे अनोखे जीव जिले को पर्यटन का आकर्षण बनाते हैं।”

 

 

 

 

📱 सोशल मीडिया इन्फ़्लुएंसरों की राय

 

यशवंत साहू (भिलाई टाइम्स) – इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर्यटन को तेजी से प्रमोट करते हैं।

 

मनीष राठौर (CG Traveller) – “रिस्पॉन्सिबल टूरिज़्म प्रशासन, इन्फ्लुएंसर और स्थानीय समुदाय के साझे प्रयास से संभव है।”

 

रवि शर्मा (बलौदाबाजार) – “मैं छत्तीसगढ़ी में ट्रैवल कंटेंट बनाता हूँ, जिसे जनता खूब पसंद करती है।”

 

रेणुका सिंह (स्टोरीटेलिंग क्रिएटर) – बस्तर की कला-संस्कृति को विश्व तक पहुँचाने पर जोर।

 

प्रदीप साहू (CG Guide) – सामुदायिक भागीदारी और सोशल मीडिया अभियानों से नागरिक शिष्टाचार बढ़ाने पर जोर।

 

शेख़ ज़ुबेर (CG Update) – “इन्फ्लुएंसर्स को केवल अपडेट नहीं, बल्कि जागरूकता फैलानी चाहिए।”

 

शिवानी साहू (यंग क्रिएटर) – “मेरी कोशिश रहती है कि प्रदेश की कला, संस्कृति और त्योहारों को अपने अंदाज़ में प्रचारित करूँ।”

 

 

 

 

🙌 कार्यक्रम की विशेषता

 

इस परिचर्चा में जिले के प्रबुद्धजन, छात्र-छात्राएँ और प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

REPORTER - KASDOL

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