रिपोर्टर टेकराम कोसले
Masb news
रायगढ़, 30 सितंबर। चक्रधरनगर थाना पुलिस ने एक विवाहिता आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा करते हुए पति, सास, ससुर और चाचा ससुर को दुष्प्रेरण (उकसावे) के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मृतिका अमीषा सिंह ने लगातार ससुराल पक्ष से मिल रही प्रताड़ना और मानसिक तनाव के चलते 30 अगस्त को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी।
प्रेम विवाह के बाद बदल गया माहौल
जांच में सामने आया कि मृतिका अमीषा सिंह ने नवंबर 2022 में गजानंद सिंह राजपूत (निवासी – संजय नगर, बैंक कॉलोनी, चक्रधरनगर) से प्रेम विवाह किया था। शुरुआती छह माह तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद पति गजानंद सिंह, सास जानकी बाई, ससुर संतोष कुमार राजपूत और चाचा ससुर शंकर राजपूत द्वारा अमीषा को लगातार प्रताड़ित किया जाने लगा।
ससुराल पक्ष प्रेम विवाह को स्वीकार नहीं कर पा रहा था। अमीषा को बार-बार ताने दिए जाते थे। पति शराब के नशे में आए दिन विवाद खड़ा करता और मारपीट करता था।
घटना का विवरण
लगातार प्रताड़ना और मानसिक दबाव से तंग आकर 30 अगस्त को अमीषा सिंह ने अपने घर में फांसी लगाई। उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायगढ़ लाया गया और वहां से रायपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में सारंगढ़ के पास उसकी मौत हो गई। सारंगढ़ सीएचसी में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया।
मर्ग जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि ससुराल पक्ष की यातनाओं से मजबूर होकर अमीषा ने यह कदम उठाया।
पुलिस कार्रवाई
थाना सिटी कोतवाली सारंगढ़ से प्राप्त मर्ग डायरी के आधार पर चक्रधरनगर पुलिस ने अपराध क्रमांक 432/2025 धारा 108, 3(5) बीएनएस दर्ज किया। इसके बाद आरोपी पति गजानंद सिंह राजपूत, सास जानकी बाई, ससुर संतोष कुमार राजपूत और चाचा ससुर शंकर राजपूत को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन और नगर पुलिस अधीक्षक मयंक मिश्रा के सुपरविजन में अंजाम दिया गया। इसमें सहायक उप निरीक्षक नंद कुमार सारथी, प्रधान आरक्षक श्यामदेव साहू और हमराह स्टाफ की अहम भूमिका रही।
प्रशासन द्वारा, ऐसे बदमाशों को कड़ी से कड़ी सजा देवें
ताकि गलती दोबारा न हो