देवभोग में मानवता की मिसाल: सड़ते पैर का इलाज कर बचाई महिला की जान,
डॉक्टर और समाजसेवकों की सेवा की हो रही तारीफ

देवभोग/गरियाबंद :- जिले के देवभोग क्षेत्र से एक भावुक कर देने वाला और इंसानियत को जिंदा करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्थानीय प्राइवेट प्रैक्टिशनर डॉ. अरविंद नाथ तिवारी और समाजसेवी मोहन यादव ने निस्वार्थ सेवा का जो उदाहरण पेश किया है, वह पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
इस वीडियो में दिख रहा है कि देवभोग ब्लॉक के आदिवासी अंचल ग्राम आड़पाथर की एक महिला, जो लंबे समय से पैर के गंभीर संक्रमण से जूझ रही थी, उसके पैरों की स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि वह सड़ने की कगार पर थी। लेकिन इन दोनों सेवाभावी व्यक्तियों ने न सिर्फ उसका निशुल्क इलाज किया, बल्कि जरूरत का राशन भी साथ लेकर पहुँचे।

निस्वार्थ सेवा, न कोई प्रचार, न कोई दिखावा,
डॉ. अरविंद तिवारी और मोहन यादव ने बिना किसी सरकारी मदद या प्रचार के अब तक कई जरूरतमंदों का निःशुल्क इलाज किया है। इससे पहले भी करचिया गांव की एक महिला और दासोपारा गांव के एक पुरुष का इसी प्रकार निशुल्क इलाज कर चुके हैं।
इनका कहना है कि “सेवा ही हमारा धर्म है, और जरूरतमंदों की मदद करना ही सबसे बड़ा पुण्य है।”
करचिया की महिला अब स्वस्थ, स्वरोजगार से चला रही घर,
करचिया गांव की महिला, जिनका कुछ समय पहले इलाज किया गया था, अब पूरी तरह से स्वस्थ है और अपनी मेहनत से स्वरोजगार के माध्यम से परिवार चला रही है। यह उदाहरण उन सभी के लिए प्रेरणा है जो सोचते हैं कि हालात से बाहर निकलना संभव नहीं है।
वायरल वीडियो ने दिल छू लिया लोगों का,
इस सेवा की तस्वीरें और वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, लोगों ने दिल खोलकर तारीफ की। कई यूज़र्स ने कमेंट में लिखा —
“आज भी समाज में ऐसे लोग हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के सेवा कर रहे हैं।”
स्थानीय प्रशासन और समाज को मिली प्रेरणा,
इस कार्य ने न सिर्फ क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बनाया है, बल्कि स्थानीय प्रशासन और युवाओं को भी समाज सेवा की दिशा में सोचने के लिए प्रेरित किया है। ग्रामीणों ने भी इन दोनों समाज सेवकों का आभार जताते हुए कहा कि “जहां सरकार की मदद नहीं पहुँचती, वहां ये लोग फरिश्ता बनकर आते हैं।”
बहुत अच्छा प्रयास, दिल से सलाम ❤️