भिलाई -: पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित पाँच को दबोचा, हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल, टाटा कर्व कार, जेवरात और करोड़ों की संपत्ति जब्त।
शेयर बाजार में निवेश कर रकम दोगुनी करने का लालच देकर लोगों से मोटी रकम हड़पने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस बड़े फर्जीवाड़े में शामिल मुख्य आरोपी स्नेहांशु नामदेव, उसकी पत्नी सहित कुल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से करीब एक करोड़ की संपत्ति, लग्जरी वाहन, जेवर-नगदी और भारी मात्रा में दस्तावेज जब्त किए हैं।
इस तरह रचा गया था ठगी का खेल
आरोपियों ने भिलाई के सूर्या मॉल स्थित निशा बिजनेस कन्सलटेंट प्रायवेट लिमिटेड और सुपेला चौक स्थित यूनिक इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन नामक दो फर्जी फर्में बनाई थीं। इन फर्मों के जरिए निवेशकों को झूठा भरोसा दिलाया जाता कि उनका पैसा शेयर बाजार में लगाया जा रहा है और एक साल में रकम दोगुनी होकर वापस मिल जाएगी।
निवेश जुटाने के लिए आरोपियों ने कन्सलटेंट नियुक्त किए थे, जिन्हें 10 से 15 प्रतिशत तक का कमीशन दिया जाता था। कन्सलटेंट के जरिए निवेशकों को लुभाकर उनसे मोटी रकम ली जाती थी।
मनी रोलिंग से चल रहा था खेल।
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने वास्तविक शेयर बाजार में एक भी पैसा निवेश नहीं किया। बल्कि, नए निवेशकों से जुटाई गई रकम से पुराने निवेशकों को भुगतान किया जाता था। धीरे-धीरे यह मनी रोलिंग का खेल बड़ा फर्जीवाड़े में बदल गया।
फर्जी दस्तावेज और मिरर इमेज रिपोर्ट
निवेशकों को धोखा देने और उनका विश्वास जीतने के लिए आरोपी कम्प्यूटर पर मिरर इमेज रिपोर्ट तैयार कर भेजते थे। इन रिपोर्ट्स में निवेश की गई राशि और बढ़ता हुआ मुनाफा दिखाया जाता था। साथ ही, फर्जी रसीदें और निवेश संबंधी दस्तावेज भी उपलब्ध कराए जाते थे।
करोड़ों का फर्जीवाड़ा उजागर
अब तक की जांच में लगभग 10 से 12 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के साक्ष्य सामने आए हैं। पुलिस ने आरोपियों से जब्त की गई संपत्ति में —
-हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल
-टाटा कर्व कार और अन्य वाहन
-सोने-चांदी के जेवरात
-नगदी रकम
-चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज
-बैंक पासबुक, लेन-देन के रजिस्टर
कम्प्यूटर, लैपटॉप और विदेशी कंपनी वरटू सहित मंहगे मोबाइल शामिल हैं। जब्त संपत्ति की कुल कीमत लगभग एक करोड़ रुपये आंकी गई है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता स्नेहांशु नामदेव है, जिसकी पत्नी और अन्य साथियों के साथ वह लंबे समय से यह फर्जीवाड़ा चला रहा था। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कहा कि ठगे गए निवेशकों की सूची तैयार की जा रही है और आगे जांच में और भी लोगों के सामने आने की संभावना है।